लॉर्ड्स। दक्षिण अफ्रीका ने इतिहास रच दिया है! वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर न केवल पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया, बल्कि 27 साल बाद कोई आईसीसी खिताब भी अपने नाम किया। इस यादगार जीत के हीरो बने एडेन मार्करम, जिन्होंने दबाव भरे माहौल में 136 रनों की शानदार पारी खेली और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुने गए।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के सामने 282 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 5 विकेट पर 285 रन बनाकर यह मुकाबला जीत लिया। यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में दक्षिण अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा सफल रन चेज है और लॉर्ड्स मैदान पर संयुक्त रूप से दूसरा सबसे बड़ा।
✨ 27 साल बाद टूटी खिताबी प्यास
1998 की नॉकआउट ट्रॉफी के बाद यह दक्षिण अफ्रीका का पहला आईसीसी खिताब है। कप्तान तेम्बा बावुमा की अगुआई में टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चैंपियन बनने का सपना पूरा किया। खास बात यह रही कि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद खिताब गंवा दिया।
🏏 मैच का रोमांचक घटनाक्रम
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 212 रन ही बना सकी। दक्षिण अफ्रीका की जवाबी पारी महज 138 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया को 74 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में कंगारू टीम 207 रन बनाकर ढेर हो गई और दक्षिण अफ्रीका को 282 रन का टारगेट मिला।
शुरुआती झटकों से जूझने के बाद एडेन मार्करम और कप्तान बावुमा ने तीसरे विकेट के लिए 147 रनों की निर्णायक साझेदारी की, जिसने मुकाबले की दिशा बदल दी।
🌟 मार्करम का क्लास, बावुमा का संयम
दक्षिण अफ्रीका ने जब चौथे दिन 213/2 से आगे खेलना शुरू किया, तो उम्मीदें बड़ी थीं। हालांकि, कप्तान बावुमा 66 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद स्टब्स भी सस्ते में चलते बने, लेकिन एडेन मार्करम ने मोर्चा संभाले रखा और टीम को जीत के मुहाने तक पहुंचा दिया।
207 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 136 रन बनाने वाले मार्करम जब आउट हुए तो जीत करीब थी। फिर डेविड बेडिंघम (21*) और काइल वेरेने (4*) ने शांति से लक्ष्य पूरा किया।
🏆 डब्ल्यूटीसी का तीसरा चैंपियन
दक्षिण अफ्रीका से पहले यह खिताब न्यूजीलैंड (2021) और ऑस्ट्रेलिया (2023) ने जीता था। इस बार फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पटखनी देकर प्रोटियाज ने इतिहास रच दिया। साथ ही यह लॉर्ड्स मैदान पर टेस्ट में 200+ रन चेज करने वाली सिर्फ पांचवीं घटना रही।
🔥 गौर करने लायक आंकड़े
- तीसरा सबसे सफल रन चेज: टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका का
- लॉर्ड्स पर दूसरा सबसे बड़ा रन चेज
- 27 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी
- मार्करम का 136 रनों का कमाल
- बावुमा-मार्करम की 147 रन की पार्टनरशिप
जीत पर बोले कप्तान बावुमा
“हमने पूरे टूर्नामेंट में मेहनत की, और फाइनल में खुद को साबित किया। यह जीत पूरे देश के लिए है, खासकर हमारे उन प्रशंसकों के लिए जो 27 साल से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।”
निष्कर्ष
दक्षिण अफ्रीका की यह जीत सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती, संयम और टीम भावना की जीत है। लॉर्ड्स की ऐतिहासिक जमीन पर, जहां क्रिकेट इतिहास लिखा जाता है, वहां प्रोटियाज ने भी अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा लिया है।