लंदन। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ब्रिटेन में भारतीय प्रवासियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर योग के महत्व को न सिर्फ अनुभव किया, बल्कि पूरे उत्साह से मनाया। राजधानी लंदन से लेकर ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज जैसे ऐतिहासिक शहरों तक, हर ओर योगा मैट्स बिछे और लोगों ने तन-मन से योगाभ्यास किया।
इस बार की थीम रही – “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”, जो न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बल्कि धरती की भलाई को भी जोड़ती है। कार्यक्रमों के दौरान इस समग्र सोच को उजागर करते हुए योग को जीवनशैली में शामिल करने का संदेश जोरदार ढंग से दिया गया।
लंदन के बीचोंबीच खुले आसमान तले एक विशाल योग सत्र आयोजित हुआ, जो सभी के लिए निःशुल्क और सर्वसुलभ था। इस आयोजन में सभी उम्र के प्रतिभागियों ने भाग लिया और सामूहिक योगाभ्यास का आनंद लिया। एक प्रतिभागी ने कहा, “यह दिन बेहद खास है। इतने लोगों के साथ मिलकर योग करना एक यादगार अनुभव है। हर किसी को योग जरूर अपनाना चाहिए।”
भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने बताया कि इस बार योग दिवस को ब्रिटेन के कोने-कोने तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा, “हमारी सांस्कृतिक शाखा ने ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज और साउथैम्प्टन जैसे शहरों में स्थानीय संगठनों, योग स्टूडियो और विश्वविद्यालयों के सहयोग से विशेष आयोजन किए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ सकें।”
इन आयोजनों ने यह भी साबित कर दिया कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य का माध्यम है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक कूटनीति का मजबूत स्तंभ बन चुका है। यह विश्वभर में स्वास्थ्य, सामूहिकता और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा दे रहा है।
UK में मनाया गया यह योग दिवस सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक विरासत और वैश्विक जुड़ाव का उत्सव बन गया।