मुंबई। बीते कारोबारी हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार की सुस्ती ने दिग्गज कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और भारती एयरटेल जैसे मार्केट लीडर्स का बाजार पूंजीकरण (मार्केटकैप) संयुक्त रूप से 1.10 लाख करोड़ रुपए से अधिक घट गया। इसका सबसे बड़ा कारण बाजार में आई तेज गिरावट रही।
7 से 11 जुलाई के बीच सेंसेक्स में 932.42 अंकों यानी 1.11% की गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते टॉप कंपनियों के मार्केट कैप में भारी नुकसान देखने को मिला।
सबसे ज्यादा चोट TCS को लगी। कंपनी का मार्केटकैप 56,279 करोड़ रुपए घटकर 11.81 लाख करोड़ रुपए रह गया। वजह साफ है—कंपनी के जून तिमाही के नतीजे निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, जिससे शुक्रवार को शेयर में 3.5% की गिरावट आई।
वहीं, भारती एयरटेल का मार्केट कैप भी 54,483 करोड़ रुपए घटकर 10.95 लाख करोड़ रुपए हो गया।
इनके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, ICICI बैंक, एलआईसी, एचडीएफसी बैंक और एसबीआई जैसे दिग्गजों का मार्केट वैल्यूएशन भी घटा। कुल मिलाकर टॉप 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 2.07 लाख करोड़ रुपए कम हो गया।
हालांकि गिरावट के इस दौर में हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस ने राहत दी। HUL के शेयरों में शुक्रवार को लगभग 5% की छलांग लगी, जब कंपनी ने प्रिया नायर को अपनी पहली महिला सीईओ और एमडी नियुक्त किया। इससे कंपनी के मार्केट कैप में 42,363 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। वहीं बजाज फाइनेंस का वैल्यूएशन भी 5,033 करोड़ रुपए बढ़ा।
अब सबकी निगाहें आने वाले कारोबारी हफ्ते पर टिकी हैं, जो बाजार के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। 14 से 18 जुलाई के दौरान कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं—जैसे HCL Tech, Wipro, JSW Steel, Axis Bank, Polycab, HDFC Life और Tata Tech। इसके अलावा महंगाई दर, अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर अपडेट और वैश्विक संकेत भी बाजार की दिशा तय करेंगे।