नई दिल्ली। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादियों के खिलाफ जबरदस्त हमला किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सर्वदलीय बैठक में बताया कि यह ऑपरेशन केवल आतंकवादी ठिकानों तक सीमित था और वर्तमान में भी इसकी कार्रवाई जारी है।
गुरुवार को संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अपनी एकजुटता जताई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी दलों ने सेना की बहादुरी और सटीक कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
बैठक में राजनाथ सिंह ने इस सैन्य अभियान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, लेकिन सैन्य रणनीति से संबंधित बारीकियां नहीं दी गईं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं।
बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, गृह मंत्री अमित शाह, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय, विपक्षी नेता राहुल गांधी और कई अन्य प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बैठक के बाद कहा, “सभी नेताओं ने जिम्मेदारी से अपनी बात रखी और यह महसूस किया कि राष्ट्रीय हित में हमें राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी बताया कि रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन की वर्तमान स्थिति पर जानकारी दी, लेकिन सैन्य ऑपरेशन की तकनीकी जानकारियां साझा नहीं की गईं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी विपक्षी दल इस संकट के समय में सरकार और सेना के साथ खड़े हैं। हालांकि, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति पर चिंता जताई, लेकिन यह भी कहा कि इस समय किसी की आलोचना का समय नहीं है। साथ ही उन्होंने शहीदों के परिवारों की देखभाल और सीमा सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात की।
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने रक्षा मंत्री के बयान को साझा करते हुए बताया कि आतंकी कैंपों पर हमले के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिसे उन्होंने सेना की सटीकता और साहस का बेहतरीन उदाहरण बताया।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी इस जानकारी को साझा किया और कहा कि यह भारतीय सेना की अविश्वसनीय ताकत का परिचायक है। वहीं, बीजद सांसद सस्मित पात्रा और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर दबाव में लाने की आवश्यकता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल भारतीय सेना की सटीक रणनीति और साहस का प्रतीक है, बल्कि यह देश की सुरक्षा के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।