यरुशलम/वॉशिंगटन। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भ्रष्टाचार मामले में बड़ी राहत मिली है। यरुशलम की जिला अदालत ने उनके खिलाफ चल रही सुनवाई को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यह फैसला तब आया, जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी नाराजगी जताई और नेतन्याहू का समर्थन किया।
नेतन्याहू पर बीते चार सालों से तीन मामलों में रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और विश्वासघात जैसे गंभीर आरोप चल रहे हैं। लेकिन ट्रंप द्वारा इस मुकदमे को “राजनीतिक साजिश” बताने और इसे बंद करने की मांग के कुछ ही घंटों बाद, अदालत ने उन्हें दो हफ्ते के लिए गवाही से छूट देते हुए सुनवाई टाल दी है।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि यह राहत “राजनयिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं” के चलते दी गई है। दिलचस्प बात यह है कि इसी सप्ताह अदालत ने नेतन्याहू की सुनवाई टालने की मांग को ठुकरा दिया था, लेकिन अब ट्रंप की बयानबाज़ी के बाद रुख बदल गया।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा—
“नेतन्याहू के साथ जो किया जा रहा है, वह शर्मनाक है। वो एक सच्चे युद्ध नायक हैं। उन्होंने ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर अद्भुत कार्य किया है।”
इतना ही नहीं, ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा, “हर साल अमेरिका इजरायल की सुरक्षा के लिए अरबों डॉलर खर्च करता है। अगर नेतन्याहू को इस तरह के मामलों में उलझाया गया तो इससे गाजा संघर्ष विराम और ईरान के साथ चल रही नाजुक वार्ता पर भी असर पड़ेगा।”
नेतन्याहू ने भी ट्रंप के समर्थन का जवाब देते हुए कहा—
“धन्यवाद, डोनाल्ड ट्रंप। हम मिलकर मध्य पूर्व को फिर से महान बनाएंगे।”
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि दो हफ्ते बाद अदालत क्या फैसला सुनाती है और क्या ट्रंप की इस दखलअंदाजी से नेतन्याहू को और राहत मिल सकती है?