इस्लामाबाद/लाहौर। भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य गलियारों में हलचल मच गई है। पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व ने सेना के जनसंपर्क प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी को तलब कर ‘बंद कमरे’ में सैन्य तैयारियों पर ब्रीफिंग ली।
पाकिस्तानी अखबार ‘द नेशन’ के मुताबिक, जनरल चौधरी ने राजनीतिक नेताओं और सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार को साफ-साफ कहा कि अगर भारत ने हमला किया तो पाकिस्तान जोरदार जवाब देगा। इस हाई-लेवल बैठक में जेयूआई-एफ के नूर आलम खान, सीनेटर अब्दुल शकूर, बीएपी के अब्दुल कादिर और सिंध के कई बड़े मंत्री शामिल हुए।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, कूटनीति और सीमा पर हालात पर गहन चर्चा हुई। जनरल चौधरी ने सभी को सेना की तैयारियों और प्लान के बारे में बताया, जबकि सूचना मंत्री ने सरकार के डिप्लोमैटिक प्रयासों की जानकारी दी।
इसी बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उप प्रधानमंत्री इशाक डार के साथ जति उमरा में एक और अहम बैठक की। इस मीटिंग में पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी शामिल रहीं। शहबाज शरीफ ने नवाज को भारत-पाक तनाव और सुरक्षा एजेंसियों के ताजा इनपुट से अवगत कराया।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में सीमा पार गतिविधियों, खुफिया रिपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के स्टैंड को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। हालांकि, इस मीटिंग का कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से फोन पर बात कर दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव पर चिंता जाहिर की। उन्होंने मलेशिया से सहयोग की पेशकश की और साल के अंत तक मलेशिया दौरे की इच्छा जताई।
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित करने, पाक नागरिकों के वीजा रद्द करने और वाघा-अटारी बॉर्डर बंद करने जैसे कड़े कदम उठाए हैं। जवाब में पाकिस्तान ने भी भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने और भारतीय नागरिकों के वीजा रद्द करने का आदेश दिया है।