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IMF से बांग्लादेश को बड़ी आर्थिक राहत, 1.3 अरब डॉलर की मदद के साथ विनिमय दर सुधारों पर भी हुई सहमति

ढाका: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने बांग्लादेश को 1.3 अरब डॉलर की बड़ी वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। यह रकम आईएमएफ के 4.7 अरब डॉलर के ऋण पैकेज के तहत दी जाएगी, जिसमें अब चौथे और पांचवें चरण की किस्तें शामिल हैं। खास बात यह है कि यह मदद मुद्रा विनिमय दर सुधारों पर दोनों पक्षों के सहमति बनने के बाद संभव हुई है।

आईएमएफ और बांग्लादेश सरकार ने ‘क्रॉलिंग पेग’ प्रणाली अपनाने पर समझौता किया है, जिसके तहत बांग्लादेशी टका का मूल्य वैश्विक विनिमय दरों के साथ धीरे-धीरे समायोजित होगा। इससे विदेशी मुद्रा बाजार में पारदर्शिता और स्थिरता बढ़ेगी, जिससे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

वॉशिंगटन में हाल ही में आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की स्प्रिंग मीटिंग में राजस्व प्रबंधन, मौद्रिक नीति और विदेशी मुद्रा नीति जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। बांग्लादेश के वित्त मंत्रालय ने बताया कि सभी प्रमुख मसलों पर विचार-विमर्श के बाद दोनों पक्षों ने राजस्व नीति और मुद्रा विनिमय सुधारों को मंजूरी दे दी है।

आईएमएफ के अनुसार, यदि कार्यकारी बोर्ड इस समझौते को मंजूरी देता है, तो बांग्लादेश को एसडीआर 983.8 मिलियन (लगभग 1.3 अरब डॉलर) की राशि तुरंत मिलेगी। इसके अलावा, बांग्लादेश ने अतिरिक्त वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 567.2 मिलियन एसडीआर (करीब 762 मिलियन डॉलर) की भी मांग की है।

इस वित्तीय राहत के साथ, बांग्लादेश सरकार ने आईएमएफ की एक महत्वपूर्ण शर्त मानते हुए राष्ट्रीय राजस्व बोर्ड (एनबीआर) को भंग कर दिया है और इसके स्थान पर दो स्वतंत्र इकाइयां स्थापित की हैं, जो कर नीति और कर संग्रह दोनों को बेहतर बनाएंगी। सरकार को उम्मीद है कि अन्य विकास सहयोगी भी 2 अरब डॉलर के बजट समर्थन देंगे।

यह राहत ऐसे समय मिली है जब बांग्लादेश मुद्रास्फीति, धीमी आर्थिक वृद्धि और विदेशी भुगतान संकट जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। सरकार ने वित्तीय अनुशासन सख्त करने, बैंकिंग सुधारों को लागू करने और जलवायु निवेश बढ़ाने का भी संकल्प लिया है, ताकि देश की आर्थिक सेहत को मजबूत किया जा सके।

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