पटना। बिहार की राजधानी पटना में नामचीन उद्योगपति गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। शुक्रवार देर रात अपराधियों ने इस दुस्साहसी वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए। इस निर्मम हत्या के बाद व्यापारी वर्ग में भारी रोष है, वहीं सियासी घमासान भी तेज हो गया है।
पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। पटना सेंट्रल एसपी के नेतृत्व में यह टीम जल्द ही हत्यारों को पकड़ने का दावा कर रही है। गोपाल खेमका के आवास पर लगातार लोग श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं, और इस घटना ने व्यापारियों के मन में असुरक्षा की भावना और गहरी कर दी है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि गोपाल खेमका पटना के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक थे। सरकार और पुलिस इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि जैसे 2018 में खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या के बाद अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया था, वैसे ही इस बार भी अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं, कांग्रेस ने सरकार पर सीधा हमला बोला है। पार्टी के मीडिया प्रभारी राजेश राठौड़ ने कहा, “बेटे के बाद अब पिता की हत्या बताती है कि बिहार में ‘गुंडाराज’ चरम पर है। व्यापारी राज्य छोड़ रहे हैं और कोई भी यहां निवेश करने को तैयार नहीं। मुख्यमंत्री को या तो इस्तीफा देना चाहिए या कम से कम गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी किसी युवा को सौंपनी चाहिए।”
गौरतलब है कि बिहार पुलिस ने इस हत्याकांड की पुष्टि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के जरिए की थी। अब यह देखना होगा कि सरकार और पुलिस की कार्रवाई कितनी कारगर साबित होती है और क्या खेमका परिवार को न्याय मिल पाएगा।