गुरुग्राम। गुरुग्राम विश्वविद्यालय में आयोजित पहले ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआईपीकेएल) का समापन मंगलवार को धूमधाम और रोमांच के साथ हुआ। इस लीग में मराठी वल्चर ने पुरुष वर्ग में और तमिल लायनेस ने महिला वर्ग में शानदार जीत दर्ज की, जिससे दोनों टीमों ने अपने-अपने खिताब पर कब्जा जमाया।
महिला वर्ग का फाइनल:
तमिल लायनेस ने फाइनल में तेलुगु चीता को 31-19 के विशाल अंतर से हराकर न केवल खिताब जीता, बल्कि टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीआईपीकेएल चैंपियनशिप ट्रॉफी भी अपने नाम की। तमिल लायनेस की मजबूत डिफेंस ने 14 टैकल पॉइंट्स और 4 ऑल-आउट पॉइंट्स के साथ विरोधी टीम पर दबाव बनाए रखा, जबकि तेलुगु चीता ने 3 सुपर टैकल किए, लेकिन वे इस मैच में वापसी नहीं कर पाए।
पुरुष वर्ग का फाइनल:
मराठी वल्चर और तमिल लायन्स के बीच पुरुष वर्ग का मुकाबला बेहद रोमांचक था, जिसमें मराठी वल्चर ने 40-30 से जीत हासिल की। कप्तान सुनील नरवाल के 17 टैकल पॉइंट्स और 4 ऑल-आउट पॉइंट्स ने टीम को निर्णायक बढ़त दिलाई। जबकि तमिल लायन्स ने 21 रेड पॉइंट्स के बावजूद मैच में पिछड़ने से खुद को नहीं उबार पाई।
वैश्विक कबड्डी का उत्सव:
13 दिन तक चले इस शानदार अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत समेत कई देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिससे कबड्डी के वैश्विक प्रभाव को नया आयाम मिला। इस आयोजन ने प्रवासी भारतीयों और भारतीय खेल संस्कृति के बीच एक मजबूत सेतु स्थापित किया।
समापन समारोह:
फाइनल मुकाबलों के मौके पर केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और विजेता टीमों को ट्रॉफी प्रदान की। उन्होंने खिलाड़ियों के संघर्ष और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि कबड्डी जैसे पारंपरिक खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
इस विशेष अवसर पर हरियाणा सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव डी. सुरेश (आईएएस) और होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचआईपीएसए) की अध्यक्ष कांति डी. सुरेश ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया।
