नई दिल्ली। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देने के लिए एक नई पहल शुरू की है। अब खाद्य उत्पादों पर किए गए भ्रामक या झूठे दावों की शिकायत सीधे मोबाइल एप के जरिए दर्ज करवाई जा सकती है। उपभोक्ता एफएसएसएआई के फूड सेफ्टी कनेक्ट एप या खाद्य सुरक्षा अनुपालन प्रणाली के माध्यम से ऐसे दावों की शिकायत कर सकते हैं, जो पैक किए गए खाद्य पदार्थों पर प्रदर्शित हो रहे हों।
कैसे काम करेगा यह एप?
यह एप उपभोक्ताओं को आसानी से भ्रामक दावों की पहचान करने और रिपोर्ट करने में मदद करेगा। इसमें उत्पाद के फ्रंट पैक की तस्वीर, निर्माता का एफएसएसएआई लाइसेंस या पंजीकरण संख्या और यदि उत्पाद ऑनलाइन बेचा जा रहा है तो उसका ई-कॉमर्स लिंक जैसी जानकारी शामिल होगी। ये सभी जानकारियाँ नियामक अधिकारियों को गैर-अनुपालन वाले खाद्य व्यवसायों (एफबीओ) के खिलाफ त्वरित और साक्ष्य-आधारित कार्रवाई करने में सहायक होंगी।
एफएसएसएआई का यह कदम खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ताओं के हित में
एफएसएसएआई के अनुसार, यह पहल खाद्य सुरक्षा और मानक (विज्ञापन और दावे) विनियम, 2018 और लेबलिंग और प्रदर्शन विनियम, 2020 के तहत की गई है। इन विनियमों के तहत यह अनिवार्य है कि सभी खाद्य उत्पादों पर किए गए दावे सत्य, स्पष्ट, सार्थक और गैर-भ्रामक हों, खासकर जब वह दावा पोषण या स्वास्थ्य संबंधी गुणों से जुड़ा हो।
यह पहल एफएसएसएआई की विज्ञापन और दावा निगरानी समिति (एएमसी) के कार्यों को भी मजबूत करेगी, जो खाद्य उत्पादों के लेबल और विज्ञापनों में किए गए दावों की निगरानी करती है। उपभोक्ताओं को इस ऐप के जरिए एफएसएसएआई की मदद से खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण के आंख और कान की तरह कार्य करने का अवसर मिलेगा।
डाउनलोड करें फूड सेफ्टी कनेक्ट एप
यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर उपलब्ध है, जिससे उपभोक्ता किसी भी खाद्य उत्पाद के भ्रामक दावों की तुरंत शिकायत कर सकते हैं और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।