बेंगलुरु। 4 जून को हुए चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ हादसे को लेकर गठित जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सौंप दी है। सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति माइकल डी. कुन्हा की अध्यक्षता में बनी इस एकल सदस्यीय आयोग की रिपोर्ट में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA), और बेंगलुरु पुलिस को सीधे तौर पर दोषी ठहराया गया है। रिपोर्ट में इन सभी की लापरवाही और आपसी समन्वय की कमी को इस दर्दनाक हादसे का मुख्य कारण बताया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB द्वारा मुफ्त पास देने की घोषणा के बाद भारी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन इस भीड़ को संभालने के लिए न तो उचित सुरक्षा व्यवस्था थी और न ही कोई रणनीति। पुलिस की अपर्याप्त तैनाती, आयोजकों की तैयारी में कमी और प्रशासन के बीच संवादहीनता की वजह से स्थिति बेकाबू हो गई।
इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कहा गया है कि इतने बड़े आयोजन को बेहद कम समय में करना खतरनाक था, जिसकी चेतावनी के बावजूद आयोजन कर दिया गया।
रिपोर्ट में भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई सिफारिशें की गई हैं, जिनमें भीड़ नियंत्रण के बेहतर उपाय, सुरक्षा बलों की समय पर तैनाती और आयोजकों के बीच स्पष्ट समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 17 जुलाई को होने वाली कैबिनेट बैठक में इसे रखा जाएगा, जिसके बाद इस पर कार्रवाई तय होगी।
गौरतलब है कि 4 जून को RCB के विजय जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 प्रशंसकों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। राज्य सरकार ने 5 जून को इसकी जांच के लिए आयोग का गठन किया था।