जम्मू। दक्षिण कश्मीर की बर्फीली वादियों में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं का जोश बारिश के बीच भी कम नहीं हुआ है। रविवार तड़के करीब 7,200 से ज्यादा तीर्थयात्रियों का एक और बड़ा जत्था जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर से कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ।
अधिकारियों के अनुसार, 3:35 से 4:15 बजे के बीच यह जत्था दो अलग-अलग काफिलों में रवाना हुआ, जिसमें 1,587 महिलाएं और 30 बच्चे भी शामिल रहे। ये अब तक का सबसे बड़ा जत्था बताया जा रहा है, जो 2 जुलाई के बाद निकला है—उसी दिन जब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी।
तीर्थयात्री 147 वाहनों में सवार होकर बालटाल रूट (14 किमी) की ओर रवाना हुए, जबकि 160 वाहन पहलगाम मार्ग (48 किमी) के लिए रवाना हुए। दोनों मार्गों से होकर श्रद्धालु 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के दर्शन के लिए आगे बढ़े।
रवाना होने से पहले श्रद्धालुओं को जम्मू में भारी बारिश का सामना करना पड़ा, लेकिन आस्था की ताकत के आगे मौसम की चुनौती फीकी पड़ गई।
गौरतलब है कि 3 जुलाई से शुरू हुई 38 दिवसीय अमरनाथ यात्रा अब तक 50,000 से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन के साथ आस्था के नए आयाम छू रही है। अब तक 31,736 यात्री जम्मू से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं, और हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा है।
हर वर्ष की तरह इस बार भी अमरनाथ यात्रा ने साबित कर दिया है कि श्रद्धा की राह में कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती—ना मौसम, ना पहाड़, और ना ही थकावट।