नई दिल्ली। भारतीय सेना की एक टुकड़ी संयुक्त विशेष बल अभ्यास ‘खंजर’ में भाग लेने के लिए रविवार को किर्गिस्तान रवाना हुई। इस अभ्यास का 12वां संस्करण 10 मार्च से 23 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। पहली बार 2011 में शुरू हुए इस वार्षिक सैन्य अभ्यास से भारत और किर्गिस्तान के बीच रणनीतिक संबंधों को नई मजबूती मिलती है। पिछला संस्करण जनवरी 2024 में भारत में संपन्न हुआ था।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के सैनिक करेंगे, जबकि किर्गिस्तान की ओर से किर्गिज स्कॉर्पियन ब्रिगेड अभ्यास में भाग लेगी। इस सैन्य अभ्यास का मुख्य उद्देश्य शहरी और पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों और विशेष बलों की रणनीतियों को साझा करना है। इसमें स्नाइपिंग, कठिन भवन अभियानों और पर्वतीय युद्ध कौशल को उन्नत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
कठोर सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ यह अभ्यास सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा। भारतीय दल किर्गिज उत्सव ‘नौरोज’ के समारोह में भी शामिल होगा, जिससे दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को और मजबूती मिलेगी। यह अभ्यास अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ साझा प्रयासों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ भारत और किर्गिस्तान के रक्षा सहयोग को और सशक्त करेगा। इसके माध्यम से दोनों देश क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराएंगे।