काठमांडू। चीन में आई भीषण बाढ़ का असर नेपाल तक देखने को मिला, जहां नेपाल और चीन को जोड़ने वाला एकमात्र व्यापारिक पुल रसुवागढ़ी में तेज बहाव में बह गया। इस पुल के टूटने से दोनों देशों के बीच व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है।
सबसे बड़ी क्षति तब देखने को मिली जब चीन से नेपाल आयात की जा रही सैकड़ों इलेक्ट्रिक गाड़ियां और माल से लदे कंटेनर बाढ़ में बह गए। वायरल वीडियो में देखा गया कि कंटेनर तेज धार में बहते नजर आ रहे हैं और सीमा पर खड़े कई ट्रक पानी में डूब चुके हैं। इसके चलते भारी माल की बर्बादी की आशंका जताई जा रही है।
रसुवागढ़ी जिला प्रशासन ने जानकारी दी कि अब तक नेपाल पुलिस के तीन जवान, तीन कंटेनर चालक, छह नेपाली मजदूर और चार चीनी कर्मचारी लापता हैं। कुल मिलाकर 16 लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है।
नेपाली सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुबह से ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अब तक हेलीकॉप्टर की मदद से नौ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जानमाल का नुकसान और भी ज्यादा हो सकता है।
नेपाल-चीन सीमा पर आई इस तबाही ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक जीवनरेखा पर गहरा असर डाला है, वहीं लापता लोगों की तलाश और प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।