शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार सुबह से जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने राज्य में रेड अलर्ट घोषित किया है। मंडी, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जबकि 9 जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर फ्लैश फ्लड का खतरा बना हुआ है।
मंडी में बादल फटा, तबाही का मंजर
शनिवार देर रात मंडी जिले के पधर उपमंडल के टिक्कन पंचायत स्थित सिलबधानी गांव में बादल फटने की घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया। तेज बारिश से स्थानीय नाले में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे दो पुलिया बह गईं। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रही है।
9 जिलों को हाई अलर्ट, प्रशासन ने दी चेतावनी
चम्बा, कुल्लू, कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और मंडी जिलों में लोगों को सतर्क रहने, घरों में ही रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
कांगड़ा में सबसे ज्यादा बारिश
पिछले 24 घंटों में कांगड़ा जिले के नगरोटा सुरियाँ में सर्वाधिक 102 मिमी बारिश दर्ज की गई। अन्य जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी है – ऊना (62 मिमी), धर्मशाला (61 मिमी), कटुआला व घमरूर (40 मिमी), बरठीं (38 मिमी), सुजानपुर टीहरा (36 मिमी), और मंडी (21 मिमी) में बारिश रिकॉर्ड की गई।
अभी भी बंद हैं 269 सड़कें, 278 पेयजल योजनाएं
लगातार बारिश के कारण राज्य में 269 सड़कें, 285 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 278 जल योजनाएं ठप हैं। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है, जहां अकेले 200 सड़कें, 236 ट्रांसफॉर्मर और सभी 278 जल योजनाएं प्रभावित हैं।
15 दिन में 74 मौतें, 566 करोड़ की क्षति
20 जून से 5 जुलाई के बीच राज्य में प्राकृतिक आपदाओं के चलते 74 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 37 अब भी लापता हैं। कुल मिलाकर 566 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां 30 जून की रात बादल फटने की 12 घटनाओं में 14 लोगों की मौत और 31 लोग लापता हुए। कांगड़ा में भी 13 लोगों की मौत हुई, जिनमें 7 भूस्खलन और 2 बादल फटने की घटनाओं में जान गंवा बैठे।
घर-बार से लेकर पशुधन तक तबाही
प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक 19 मकान पूरी तरह ढह गए हैं, 93 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, 213 पशुशालाएं और 21 दुकानें तबाह हो चुकी हैं। कृषि और बागवानी को भी भारी नुकसान पहुंचा है। 10,000 पोल्ट्री पक्षी और 253 मवेशियों की मौत हुई है।
सड़क हादसों ने भी ली कई जानें
बारिश के चलते सड़कों पर फिसलन और पुलों के कमजोर होने के कारण हुए सड़क हादसों में अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। चम्बा में 6, मंडी, बिलासपुर और कुल्लू में 3-3 लोगों की मौत हुई है।
आने वाले दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 7 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट और 8 से 10 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है। 11 और 12 जुलाई को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
हिमाचल में इस समय मानसून विकराल रूप ले चुका है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।