रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश ने केदारनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ा दी हैं। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच दो जगहों पर यात्रा मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है, जिससे हजारों श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार तड़के हुई तेज बारिश के चलते सोनप्रयाग शटल पुल और मुनकटिया के पास स्लाइडिंग जोन में भारी मलवा और पत्थर सड़क पर आ गए। इससे सुबह से ही मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध रहा। करीब सुबह 9 बजे संबंधित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा मलबा हटाने के बाद मार्ग को आंशिक रूप से पैदल यात्रियों के लिए खोला गया।
हालांकि, मलबा गिरने की प्रक्रिया लगातार जारी रहने से स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण बनी रही। कार्यदायी एजेंसियों को दोनो छोरों से सफाई और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम में थोड़े सुधार के बाद मार्ग को पैदल यात्रा के लिए चालू किया गया।
इस बीच पुलिस ने एहतियातन कदम उठाते हुए सोनप्रयाग और गौरीकुंड के दोनों छोरों पर यात्रियों को रोक दिया था। मार्ग के आंशिक रूप से साफ होते ही श्रद्धालुओं को धीरे-धीरे यात्रा मार्ग पर भेजा गया और गौरीकुंड की ओर से आने वाले यात्रियों को सुरक्षित सोनप्रयाग तक लाया गया।
फिलहाल मार्ग के खुलने और बंद होने की स्थिति “आंख मिचौली” जैसी बनी हुई है। प्रशासन, पुलिस और निर्माण एजेंसियां मौके पर तैनात हैं और अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए यात्रियों की आवाजाही को नियंत्रित कर रही हैं।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेकर और पूरी सतर्कता के साथ ही यात्रा पर निकलें। बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए प्रशासन किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरत रहा है।