नई दिल्ली। भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा के शुभ अवसर पर आज पूरे देश में श्रद्धा, आस्था और भक्ति की लहर दौड़ रही है। ओडिशा के पुरी से लेकर देश के अन्य हिस्सों तक महाप्रभु श्रीजगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकल चुके हैं। इस पावन पर्व पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई केंद्रीय नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और भगवान से समस्त विश्व के कल्याण की कामना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “रथ यात्रा के इस पवित्र अवसर पर मैं देश-विदेश में रह रहे महाप्रभु जगन्नाथ के सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। रथ पर विराजे बलभद्र, श्रीजगन्नाथ, देवी सुभद्रा और चक्रराज सुदर्शन के दर्शन से भक्तों को दिव्य अनुभूति प्राप्त होती है। इन ईश्वरीय स्वरूपों की मानवीय लीला ही रथ यात्रा की खास विशेषता है। मेरी प्रार्थना है कि समूचे विश्व में शांति, मैत्री और स्नेह का वातावरण बना रहे।”
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के श्री जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में हिस्सा लिया और इसे “दिव्य और अलौकिक अनुभव” बताया। उन्होंने लिखा, “महाप्रभु की आरती में शामिल होकर आज मन को अपार शांति मिली। ईश्वर सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर शुभकामनाएं देते हुए कहा, “श्रीजगन्नाथ जी की रथ यात्रा के इस पावन अवसर पर महाप्रभु सभी को सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करें। जय जगन्नाथ।”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस ऐतिहासिक यात्रा को भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर बताते हुए लिखा, “यह पवित्र यात्रा जनमानस में धार्मिक चेतना को जागृत करती है और हमारी परंपराओं को नई ऊंचाई देती है।”
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने श्रद्धाभाव से कहा, “श्रद्धा, भक्ति और आस्था से ओतप्रोत यह रथ यात्रा सभी के जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लेकर आए। जय जगन्नाथ।”
पुरी की यह रथ यात्रा न केवल भारत में बल्कि विश्वभर के हिंदुओं के लिए आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रमुख केंद्र है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस अवसर पर भगवान के दर्शनों के लिए उमड़ते हैं। रथयात्रा सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की जीवंत झलक है, जो भक्तों को ईश्वर से सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान करती है।