तेहरान। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान की परमाणु साइट्स पर किए गए जोरदार हमले के दावों के बीच ईरान की ओर से एक बड़ा खंडन सामने आया है। तेहरान टाइम्स की ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस फोर्डो परमाणु केंद्र को अमेरिका ने पूरी तरह ध्वस्त करने की बात कही थी, वह पूरी तरह सुरक्षित है—बाल भी बांका नहीं हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को अमेरिकी बी-2 बमवर्षक विमानों ने ईरान के भीतर घुसकर एस्फाहान, नतांज और फोर्डो जैसी अहम परमाणु साइट्स पर हमले किए। इन हमलों के बाद ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर घोषणा की कि ईरान की यूरेनियम संवर्धन सुविधाएं नष्ट कर दी गई हैं। हालांकि, तेहरान टाइम्स ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि ट्रंप की रिपोर्टिंग “जमीनी हकीकत से कोसों दूर” है।
ईरानी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि फोर्डो परमाणु केंद्र, जो एक पहाड़ के भीतर गहराई में स्थित है, पूरी तरह से सलामत है। सैटेलाइट इमेज से यह भी साफ हुआ कि केंद्र के पांच में से सिर्फ एक प्रवेश और एक निकास द्वार को मामूली नुकसान पहुंचा है, जबकि मुख्य सुविधा केंद्र पूरी तरह सुरक्षित है।
स्थानीय निवासियों द्वारा बनाए गए वीडियो और शहर कोम से मिली रिपोर्ट्स भी इस दावे को पुष्ट करती हैं कि न तो किसी तरह का धुआं उठा और न ही आग लगी। इलाके में जनजीवन पूरी तरह सामान्य बना रहा। लोग रोजमर्रा के कार्यों के लिए बिना किसी भय के बाहर आते-जाते देखे गए।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इजराइल द्वारा शुक्रवार को किए गए हमलों के बाद ईरान पहले ही संवर्धित यूरेनियम और अन्य संवेदनशील उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर चुका था। ऐसे में अमेरिकी हमलों का खास असर नहीं पड़ा।
ईरानी नागरिकों ने स्वीकार किया है कि उनका देश अब खुले तौर पर युद्ध की स्थिति में है, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी जताया कि उनकी रणनीतिक तैयारी और ढांचागत मजबूती ऐसे किसी भी हमले का प्रभाव झेलने में सक्षम है।