पेरिस। ओलंपिक चैंपियन और भारत के जेवलिन स्टार नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह ट्रैक पर क्यों बेमिसाल हैं। शनिवार को पेरिस में हुए डायमंड लीग मुकाबले में उन्होंने 88.16 मीटर की शानदार थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। जीत के बाद उन्होंने वादा किया कि अगली बार वह 90 मीटर का आंकड़ा जरूर पार करेंगे।
स्टेड चार्लेटी में पहले ही प्रयास में शानदार थ्रो करते हुए नीरज ने दो साल बाद डायमंड लीग का खिताब फिर से जीता। उन्होंने इस मुकाबले में जर्मनी के जूलियन वेबर (87.88 मीटर) और ब्राजील के लुइस मौरिसियो दा सिल्वा (86.62 मीटर) को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया।
नीरज ने जीत के बाद अपनी तकनीक और प्रदर्शन पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “शुरुआत से ही मेरी रन-अप अच्छी थी, जिससे मुझे आत्मविश्वास मिला। हालांकि तकनीकी रूप से मेरी बॉडी थोड़ा बाईं ओर झुक रही थी और थ्रो करते वक्त मैं चेस्ट से ज्यादा काम लेने की कोशिश कर रहा था। इसके बावजूद पहला थ्रो बहुत अच्छा रहा और मैं जीतकर बहुत खुश हूं।”
27 वर्षीय चोपड़ा के लिए यह मुकाबला खास था क्योंकि उनका डायमंड लीग करियर 2017 में यहीं पेरिस से शुरू हुआ था। इस मौके को याद करते हुए उन्होंने कहा, “यहां जीतना मेरे लिए बेहद खास है। सात-आठ साल पहले मैंने यहीं से अपने डायमंड लीग सफर की शुरुआत की थी, और आज यहां जीत दर्ज करना मेरी निरंतरता का प्रमाण है।”
चोपड़ा ने कहा कि वह आने वाले टूर्नामेंट्स में 90 मीटर पार करने की पूरी कोशिश करेंगे। “बड़ी प्रतियोगिताओं जैसे वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक में दबाव होता है, लेकिन वहीं असली परख होती है। मुझे खुशी है कि मैं शीर्ष एथलीट्स के बीच जीत दर्ज कर पाया।”
नीरज ने अपने कोच और महान जेवलिन थ्रोअर जैन जेलेजनी के योगदान को भी सराहा। उन्होंने बताया कि जेलेजनी के साथ ट्रेनिंग करना उनके लिए प्रेरणादायक रहा है। “उनके अनुभव और पॉजिटिव एनर्जी से मुझे बहुत मदद मिलती है। उनकी कोचिंग में मेरी तकनीक भी सुधर रही है।”
नीरज चोपड़ा की यह जीत ना सिर्फ भारत के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह संकेत भी है कि ओलंपिक जैसे बड़े मंच पर वे 90 मीटर की दीवार तोड़ने के बेहद करीब हैं। फैंस अब उनके अगले थ्रो का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।