DOLLAR

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब डॉलर के ऐतिहासिक मुकाम के करीब, सोने के भंडारण में भी बड़ा इजाफा

मुंबई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार नई ऊंचाइयों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। 13 जून को समाप्त हुए सप्ताह में यह 2.29 अरब डॉलर की छलांग लगाकर 698.95 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 704.88 अरब डॉलर से महज कुछ कदम दूर है, जो सितंबर 2021 में दर्ज किया गया था। यह जानकारी शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों से सामने आई।

इस तेजी की अहम वजह है विदेशी मुद्रा आस्तियों और सोने की वैल्यू में उल्लेखनीय वृद्धि। अकेले विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.73 अरब डॉलर बढ़कर 589.42 अरब डॉलर हो गईं। वहीं, देश के स्वर्ण भंडार की वैल्यू 428 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 86.32 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अस्थिरता के इस दौर में सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना जा रहा है, और इसी कारण दुनियाभर के केंद्रीय बैंक, आरबीआई समेत, सोने की खरीद बढ़ा रहे हैं। खास बात यह है कि 2021 के मुकाबले आरबीआई ने अपने फॉरेक्स रिजर्व में सोने की हिस्सेदारी लगभग दोगुनी कर ली है।

इसके अलावा, समीक्षा अवधि में भारत के स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) की वैल्यू 85 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.76 अरब डॉलर और आईएमएफ के साथ आरक्षित स्थिति 43 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.45 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद कहा था कि देश का फॉरेक्स भंडार 30 मई को समाप्त सप्ताह में 691.5 अरब डॉलर पर था, जो भारत के 11 महीने के आयात और करीब 96% बाहरी कर्ज को कवर करने के लिए पर्याप्त है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत का एक्सटर्नल सेक्टर लगातार मजबूत हो रहा है और वैश्विक अस्थिरता के बावजूद देश अपनी फंडिंग जरूरतों को लेकर पूरी तरह आत्मनिर्भर है।

फॉरेक्स भंडार में यह बढ़त भारत की आर्थिक स्थिरता, वैश्विक भरोसे और रणनीतिक निवेश नीति का मजबूत संकेत है।

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