IPO

एचडीबी फाइनेंशियल का IPO धमाकेदार एंट्री को तैयार, प्राइस बैंड 700-740 रुपये तय — ग्रे मार्केट में उछाल से निवेशकों में बढ़ी हलचल

नई दिल्ली। लंबे समय से जिस आईपीओ का इंतजार था, वह अब दस्तक देने को तैयार है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) का प्राइस बैंड तय कर दिया है। 25 जून को लॉन्च होने वाले इस 12,500 करोड़ रुपये के आईपीओ का प्राइस बैंड 700 से 740 रुपये प्रति शेयर के बीच रखा गया है।

निवेशक इस आईपीओ में 20 शेयरों के एक लॉट के जरिए बोली लगा सकेंगे। यह पब्लिक इश्यू 27 जून तक खुला रहेगा, जबकि एंकर इन्वेस्टर्स के लिए यह 24 जून से ही ओपन होगा। शेयर अलॉटमेंट की प्रक्रिया 30 जून को पूरी की जाएगी और इसके बाद 2 जुलाई को एचडीबी फाइनेंशियल के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो जाएंगे।

इस आईपीओ में 2,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे, जबकि 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 13.51 करोड़ से अधिक शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे। OFS से मिलने वाली 10,000 करोड़ रुपये की बड़ी राशि एचडीबी फाइनेंशियल की पेरेंट कंपनी एचडीएफसी बैंक को मिलेगी। वहीं, फ्रेश इश्यू से जुटाई गई राशि कंपनी अपनी टियर-1 बेस कैपिटल को मजबूत करने में लगाएगी।

ग्रे मार्केट में छाया एचडीबी का जलवा

आईपीओ की घोषणा के साथ ही ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों ने जबरदस्त हलचल मचा दी है। बाजार में एचडीबी के अनलिस्टेड शेयर फिलहाल 1,250 रुपये तक के ऊंचे भाव पर कारोबार कर रहे हैं, जो प्राइस बैंड की तुलना में काफी अधिक है। इसका मतलब है कि निवेशकों को आईपीओ में एंट्री का शानदार मौका मिल सकता है — और वो भी भारी डिस्काउंट पर।

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी टाटा टेक्नोलॉजी, यूटीआई एएमसी, एजीएस ट्रांजैक्ट और पीबी फिनटेक जैसे बड़े आईपीओ में अनलिस्टेड मार्केट के मुकाबले कम प्राइस बैंड तय किया गया था।

कंपनी की पैठ छोटे शहरों में गहरी

साल 2007 से फाइनेंशियल सेक्टर में सक्रिय एचडीबी फाइनेंशियल देश की प्रमुख नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों में गिनी जाती है। इसका मुख्य फोकस रिटेल फाइनेंस, बैक ऑफिस सपोर्ट, सेल्स रिपोर्टिंग और इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन पर है।

कंपनी की पहुंच 1,170 शहरों तक है, जहां इसकी कुल 1,771 शाखाएं कार्यरत हैं। खास बात यह है कि इनमें से 80% से अधिक शाखाएं देश के प्रमुख 20 महानगरों से बाहर, छोटे और मध्यम शहरों में स्थित हैं। इससे यह स्पष्ट है कि एचडीबी ने भारत के अंदरूनी बाज़ारों में गहरी पैठ बना ली है।

निष्कर्ष:
एचडीबी फाइनेंशियल का यह आईपीओ सिर्फ निवेशकों के लिए नहीं, बल्कि देश के एनबीएफसी सेक्टर के लिए भी एक बड़ा माइलस्टोन बन सकता है। ग्रे मार्केट का जोश, कंपनी की दमदार मौजूदगी और डिस्काउंटेड प्राइस — सब मिलकर इसे एक हॉट आईपीओ बना रहे हैं।

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