मुंबई। वैश्विक बाजारों से आज मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं, लेकिन एशियाई शेयर बाजारों में तेजी की बहार नजर आ रही है। अमेरिका और यूरोप के बाजारों में जहां निवेशकों ने सतर्कता दिखाई, वहीं एशियाई मार्केट्स में खरीदारी का माहौल हावी रहा।
अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला कारोबार
पिछले सत्र में अमेरिकी बाजार सीमित दायरे में झूलते नजर आए। ईरान-इज़राइल तनाव के बीच अमेरिका की भूमिका को लेकर निवेशक सतर्क दिखे। नतीजतन, एसएंडपी 500 में मामूली 0.03% की गिरावट रही और यह 5,980.87 पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डेक ने थोड़ी राहत दी और 0.13% की तेजी के साथ 19,546.27 पर पहुंचा। फिलहाल डाउ जोंस फ्यूचर्स 228.37 अंकों (0.54%) की मजबूती के साथ 42,400.03 अंक पर कारोबार करता दिख रहा है।
यूरोपीय बाजारों में बिकवाली का दबाव
यूरोपीय बाजारों में पिछला सत्र भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। एफटीएसई 0.59% टूटकर 8,791.80, सीएसी 1.36% की गिरावट के साथ 7,553.45 और डीएएक्स 1.13% फिसलकर 23,057.38 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में लौटी तेजी की चमक
एशियाई बाजारों ने आज मजबूती के साथ शुरुआत की। 9 प्रमुख बाजारों में से 7 हरे निशान में हैं। कोस्पी ने सबसे बड़ी छलांग लगाई और 1.16% उछलकर 3,012.38 अंक पर पहुंचा। वहीं हैंगसेंग इंडेक्स भी 229.27 अंक (0.99%) की तेजी के साथ 23,467.01 पर कारोबार करता दिखा।
इसके अलावा:
- गिफ्ट निफ्टी 0.34% ऊपर, 24,871.50 पर
- स्ट्रेट्स टाइम्स 0.13% बढ़कर 3,899.10 पर
- शंघाई कंपोजिट 0.08% ऊपर, 3,364.83 पर
- निक्केई 0.02% की मामूली बढ़त के साथ 38,495 पर
- सेट कंपोजिट 0.69% की तेजी के साथ 1,076.10 पर
हालांकि, कुछ बाजार लाल निशान में भी नजर आए। जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 1.13% टूटकर 6,889.56 पर और ताइवान वेटेड इंडेक्स 0.74% गिरकर 21,841.24 पर कारोबार कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
जहां एक ओर वैश्विक तनाव और असमंजस ने अमेरिका और यूरोप के बाजारों पर दबाव डाला है, वहीं एशिया में निवेशकों ने भरोसा दिखाया है। अगर यही रुख बरकरार रहा, तो भारतीय बाजारों में भी तेजी की उम्मीद की जा सकती है।