ARREST, JAIL

झारखंड शराब घोटाले में एक और गिरफ्तारी, छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया एसीबी के शिकंजे में

रांची। झारखंड में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच तेज होती जा रही है और अब छत्तीसगढ़ के बड़े शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया भी एसीबी के जाल में फंस गए हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने बुधवार को उन्हें रायपुर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद सिंघानिया को रायपुर की अदालत में पेश किया गया, जहां से ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया जाएगा।

सिंघानिया के खिलाफ एसीबी पहले ही कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी करवा चुकी थी। इस कार्रवाई से पहले एसीबी ने निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के करीबी और नेक्सजेन कंपनी के मालिक विनय कुमार सिंह के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था।

घोटाले की परतें लगातार खुल रही हैं और एसीबी की कार्रवाई हर दिन नया मोड़ ले रही है। मंगलवार, 17 जून को पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश को भी गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ एसीबी मुख्यालय में घंटों पूछताछ की गई।

इस हाई-प्रोफाइल मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें झारखंड सरकार के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। गिरफ्तार होने वालों में उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव आईएएस विनय कुमार चौबे, पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश, संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह, पूर्व महाप्रबंधक (वित्त) सुधीर कुमार दास, अभियान से जुड़े सुधीर कुमार और मार्शन इनोवेटिव एजेंसी के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह शामिल हैं।

फिलहाल, सभी आरोपी रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में बंद हैं। एसीबी की जांच अभी जारी है और घोटाले की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका खुलासा आने वाले दिनों में हो सकता है।

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