नई दिल्ली। भारत की अंडर-23 फुटबॉल टीम ने ताजिकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल फ्रेंडली में बेहतरीन शुरुआत की, लेकिन इंजरी टाइम में किए गए दो गोलों ने ‘ब्लू कोल्ट्स’ की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। तुरसुंजोदा स्थित टेल्को एरीना में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में भारत को 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
सुहैल ने दिलाई शुरुआत में बढ़त, आयुष को रेड कार्ड
मैच के 33वें मिनट में मोहन बागान सुपर जाइंट्स के फॉरवर्ड सुहैल अहमद भट ने शानदार फिनिशिंग करते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। मैकार्टन की तेज क्रॉस पर सुहैल ने सटीक टच से गेंद को गोल में पहुंचाया। हालांकि भारत को जल्द ही बड़ा झटका लगा, जब एफसी गोवा के मिडफील्डर आयुष देव छेत्री को रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया गया, जिससे टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेलती रही।
बराबरी और फिर रोमांचक बढ़त
दूसरे हाफ में ताजिकिस्तान ने भारत की रक्षापंक्ति पर दबाव बनाना शुरू किया। 59वें मिनट में मुसो खाखोरोव की क्रॉस पर अंसोर खबीबोव ने हेडर से गोल कर स्कोर 1-1 कर दिया। इसके बाद, 85वें मिनट में भारत ने जोरदार पलटवार किया। नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के पार्थिब गोगोई ने मोहम्मद ऐमन के शानदार इंटरसेप्शन और थ्रू पास पर गोल कर भारत को फिर से 2-1 की बढ़त दिला दी।
इंजरी टाइम बना भारत की हार की वजह
लग रहा था कि भारत यह मैच जीत लेगा, लेकिन ताजिकिस्तान ने आखिरी पलों में धमाकेदार वापसी की। इंजरी टाइम में अबूबाकर सुलेमोनोव की फ्री किक पर मुहम्मदइक़बोल ने बराबरी का गोल दागा, और कुछ ही क्षण बाद अज़ीज़बोएव ने कॉर्नर किक पर जोरदार हेडर से विजयी गोल कर भारत को चौंका दिया।
एशियन कप क्वालिफायर्स से पहले अहम सबक
यह मुकाबला भारत की अंडर-23 टीम के लिए सितंबर में होने वाले AFC अंडर-23 एशियन कप 2026 क्वालिफायर्स की तैयारियों का हिस्सा था। टीम ने दमदार खेल दिखाया, लेकिन आखिरी मिनटों में मिली हार ने डिफेंस और मैच मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष:
भारत ने इस मुकाबले में जुझारूपन दिखाया, लेकिन 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए आखिरी पलों में दबाव झेल नहीं सका। आने वाले क्वालिफायर्स के लिए यह मैच टीम को अहम अनुभव और सुधार का अवसर दे गया है।