नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के रिश्तों में एक बार फिर से गर्मजोशी देखने को मिलेगी, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्वाड समिट में शामिल होने के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी।
मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच करीब 35 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की रणनीतिक स्थिति, क्वाड की भूमिका और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए ट्रंप को भारत आने का न्योता दिया, जिसे ट्रंप ने स्वीकार करते हुए भारत दौरे पर आने की इच्छा जताई।
इस वर्ष क्वाड समिट का आयोजन भारत में होना है। क्वाड (QUAD) एक सामरिक समूह है जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। इसका मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करना है।
विदेश सचिव ने यह भी बताया कि पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात कनाडा में हुए जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान होनी थी, लेकिन ट्रंप को अचानक अमेरिका लौटना पड़ा, जिस कारण ये भेंट नहीं हो सकी। इसके बाद ट्रंप के अनुरोध पर दोनों नेताओं के बीच यह फोन वार्ता हुई।
विक्रम मिस्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बार है जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बातचीत हुई है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर संवेदना जताई थी।”
इस बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी साझा की, जिसे राष्ट्रपति ट्रंप ने गंभीरता से सुना और आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों को पूरा समर्थन देने की बात कही।
राष्ट्रपति ट्रंप की संभावित भारत यात्रा न केवल क्वाड के लिए बल्कि भारत-अमेरिका रणनीतिक रिश्तों के लिहाज से भी अहम मानी जा रही है।