दिल्ली में खुला ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का नया अध्याय, सीएम रेखा गुप्ता ने मोहल्ला क्लीनिक पर कसा तंज

नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को तीस हजारी कोर्ट परिसर में ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का भव्य उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी दूरदर्शी सोच को सराहा, बल्कि आम आदमी पार्टी की बहुचर्चित मोहल्ला क्लीनिक योजना को भी आड़े हाथों लिया।

सीएम गुप्ता ने कहा, “आज दिल्ली में एक साथ 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिर और 17 जन औषधि केंद्रों की शुरुआत की जा रही है। यह प्रधानमंत्री मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ विजन का हिस्सा है।”

मोहल्ला क्लीनिक पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “यह योजना पूरी तरह से एक घोटाला थी। न इलाज था, न दवाइयां और न ही कोई देखभाल। इन क्लीनिकों को नालों और कूड़े के ढेर के पास बनाया गया और डॉक्टरों को मरीजों की संख्या के हिसाब से भुगतान किया जाता था। ऐसे में आप इलाज की गुणवत्ता का अंदाजा खुद लगा सकते हैं।”

मुख्यमंत्री ने कोर्ट परिसर को साफ-सुथरा बनाए रखने की अपील भी की और कहा कि “दिल्ली को सुंदर बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। दीवारों को खराब करने और अव्यवस्थित पोस्टरबाजी पर रोक लगनी चाहिए।”

इस मौके पर दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने बाबर रोड डिस्पेंसरी में आयुष्मान आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, “इन केंद्रों में मुफ्त इलाज, दवाइयां, फिजियोथेरेपी और योग जैसी सुविधाएं मिलेंगी, जिससे लोगों को छोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।”

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने यमुना विहार के बी ब्लॉक में केंद्र का शुभारंभ करते हुए कहा, “मोहल्ला क्लीनिक इतने छोटे थे कि लोग दरवाजे से घुसते ही गिर जाते थे। वहां टेस्ट की सुविधा तक नहीं थी। लेकिन आयुष्मान आरोग्य मंदिर में जांच से लेकर योग तक सब कुछ मिलेगा।”

खजूरी खास में मंत्री कपिल मिश्रा ने भी एक केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान स्थानीय प्रशासन, वरिष्ठ अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के सदस्य भी मौजूद रहे।

स्वास्थ्य सेवा का विस्तार, 1139 केंद्रों की योजना

प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत दिल्ली में कुल 2406 करोड़ रुपये की लागत से 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें से 33 केंद्रों को पहले चरण में दिल्ली सरकार, नगर निगम और एनडीएमसी की डिस्पेंसरियों में बदला गया है।

इस पहल की शुरुआत 14 जून को प्रस्तावित थी, लेकिन अहमदाबाद विमान दुर्घटना के चलते इसे स्थगित किया गया था। अब दिल्ली के सभी कैबिनेट मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों में इन केंद्रों का उद्घाटन कर रहे हैं, जिससे राजधानी की स्वास्थ्य सेवाओं को नई मजबूती और गति मिलने की उम्मीद है।

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