गुरुग्राम। पारंपरिक भारतीय खेल खो-खो अब वैश्विक पहचान की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। शुक्रवार को श्री गुरु गोबिंद सिंह टरसेन्टेनरी (एसजीटी) विश्वविद्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (KKFI) ने बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि अल्टीमेट खो-खो लीग का तीसरा सीजन 29 नवंबर 2025 से शुरू होगा – और खास बात यह कि इस बार पहली बार विदेशी खिलाड़ी भी मैदान में नजर आएंगे।
इस मौके पर केकेएफआई अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की भागीदारी न केवल लीग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि भारत को खो-खो का वैश्विक केंद्र बनाने के अभियान में भी अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, “खो-खो अब केवल मैदान का खेल नहीं, बल्कि भारत की खेल नवाचार और अंतरराष्ट्रीय महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन चुका है।”
इस कार्यक्रम में हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री गौरव गौतम भी मौजूद रहे, जिन्होंने लीग की बढ़ती लोकप्रियता और खो-खो के वैश्विकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल हरियाणा के युवाओं को प्रेरित करेगी, बल्कि राज्य में खेलों के इकोसिस्टम को भी मजबूती देगी।
खो-खो को मिलेगी शैक्षणिक और वैज्ञानिक ताकत
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एसजीटी विश्वविद्यालय और खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य खो-खो सहित पारंपरिक खेलों को शैक्षणिक और वैज्ञानिक सहयोग से सशक्त बनाना है।
हरियाणा में खो-खो को मिलेगा नया जीवन
हरियाणा खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष जवाहर सिंह यादव ने घोषणा की कि राज्य में खो-खो को बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जाएगा। खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं, ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर सुनिश्चित किए जाएंगे ताकि यह खेल ग्रामीण भारत से लेकर वैश्विक मंच तक अपनी जगह बना सके।
लीग बन चुकी है करोड़ों की पसंद
2022 में शुरू हुई अल्टीमेट खो खो लीग ने बेहद कम समय में दर्शकों के दिलों में जगह बना ली है। पहले सीजन को 64 मिलियन से अधिक दर्शकों ने देखा, जिनमें से 41 मिलियन भारत से थे। आज यह लीग क्रिकेट के बाद भारत में तीसरी सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग बन चुकी है – प्रो कबड्डी और इंडियन सुपर लीग के बाद।
जहां पहला सीजन ओडिशा जगर्नॉट्स ने अपने नाम किया था, वहीं गुजरात जायंट्स ने पिछले 2023-24 सीजन में खिताब जीता था। अब तीसरे सीजन में अंतर्राष्ट्रीय चेहरों की एंट्री के साथ लीग का रोमांच और प्रतिस्पर्धा दोनों नई ऊंचाई पर पहुंचने को तैयार हैं।
29 नवंबर से शुरू हो रहे इस खेल महाकुंभ में रणनीति, रफ्तार और रोमांच का जबरदस्त संगम देखने को मिलेगा – और इस बार मैदान पर भारत ही नहीं, दुनिया भी दौड़ेगी।