तेहरान। पश्चिम एशिया में तनाव की आग अब और भड़क गई है। इजराइल ने शुक्रवार तड़के ईरान पर बड़ा हवाई हमला करते हुए कई इलाकों में बम बरसाए। इस हमले ने राजधानी तेहरान को हिला कर रख दिया। लगातार हो रहे धमाकों से शहरवासी सहमे हुए हैं। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी ने पुष्टि की है कि इजराइल ने रिहायशी और संवेदनशील इलाकों को निशाना बनाया है।
तेहरान में विस्फोटों की आवाजें सुबह-सुबह ही गूंजने लगी थीं, और कुछ ही देर बाद इजराइली सरकार ने हमले की पुष्टि करते हुए इसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ का नाम दिया। हमले में ईरान के परमाणु शोध केंद्रों और वैज्ञानिकों को टारगेट किया गया।
तेल अवीव में आपातकाल, सायरनों से गूंजा शहर
इस हमले के तुरंत बाद इजराइल में भी हालात तनावपूर्ण हो गए। रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी। उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान की ओर से मिसाइल और ड्रोन हमलों की आशंका है। तेल अवीव और अन्य शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे हैं।
ईरान को बड़ा झटका, रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ होसैन सलामी की मौत
हमले की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ईरानी सेना के ताकतवर संगठन इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख होसैन सलामी इस हमले में मारे गए हैं। यह जानकारी ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दी है। इसके अलावा, नतांज स्थित यूरेनियम संवर्धन केंद्र पर भी बमबारी की गई है।
अमेरिका ने खुद को किया अलग
इस हमले में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने साफ किया कि यह पूरी तरह इजराइल का एकतरफा सैन्य कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की प्राथमिकता केवल अपने सैनिकों की सुरक्षा है और ईरान को अमेरिकी हितों पर हमले से बचना चाहिए।
मध्य पूर्व में नया युद्धकाल?
तेहरान से लेकर तेल अवीव तक दहशत का माहौल है। विस्फोटों, हवाई हमले के सायरनों और बढ़ते तनाव ने यह संकेत दे दिया है कि आने वाले दिन पश्चिम एशिया में और अधिक उथल-पुथल वाले हो सकते हैं। अब दुनिया की निगाहें ईरान के जवाबी कदम पर टिकी हैं।