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नड्डा का दावा: रिपोर्ट कार्ड की राजनीति ने बदली देश की दिशा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोदी सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि देश ने 2014 के बाद एक नई राजनीतिक संस्कृति को अपनाया है—जिसमें तुष्टीकरण नहीं, बल्कि पारदर्शिता, जवाबदेही और विकास की राजनीति को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि “मोदी है तो मुमकिन है” अब केवल नारा नहीं, बल्कि देशवासियों का विश्वास बन चुका है।

बीजेपी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नड्डा ने कहा कि 2014 से पहले की सरकारें सत्ता बचाने के लिए समाज को बांटने और तुष्टीकरण की राजनीति में उलझी रहती थीं। लेकिन मोदी के नेतृत्व में देश ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ जैसे मंत्रों को अपनाकर बदलाव की नई इबारत लिखी है।

नई राजनीतिक संस्कृति की शुरुआत

नड्डा ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय राजनीति को दिशा दी है। अब राजनीति रिपोर्ट कार्ड के आधार पर होती है, न कि वोट बैंक की गणित से।” उन्होंने यह भी बताया कि 11 वर्षों में सरकार ने न केवल पारदर्शिता लाई, बल्कि दूरदर्शी प्रशासन के जरिए आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव भी रखी।

बदलाव के अहम पड़ाव

जेपी नड्डा ने गिनाए मोदी सरकार के कुछ अहम फैसले:

  • जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति
  • ट्रिपल तलाक पर रोक
  • नया वक्फ अधिनियम
  • नागरिकता संशोधन कानून (CAA)
  • महिलाओं को विधायी निकायों में 33% आरक्षण

उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने “गरीबी हटाओ” के खोखले वादों के बजाय, 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालकर दिखाया है। इसके साथ ही देश में अति-गरीबी में 80% तक की गिरावट दर्ज की गई है।

महिला सशक्तिकरण और समावेशी विकास

भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि मोदी सरकार में महिलाओं को पायलट से लेकर सेना में अफसर बनाने तक कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए। “लखपति दीदी” योजना और स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस काम हुआ है।

शिक्षा और राष्ट्रीय एकता की नई मिसाल

नड्डा ने बताया कि एक समय था जब शिक्षा मंत्री तक एक मंच पर नहीं आते थे, लेकिन आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) जैसे ऐतिहासिक फैसले व्यापक परामर्श के बाद लिए गए हैं। यह नीति देश के भविष्य निर्माण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

रक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूती

उन्होंने कहा कि पहले जहां सीमावर्ती इलाकों में सड़कें न बनने देने की मानसिकता थी, आज वहां 8,000 किलोमीटर से अधिक सड़कें बन चुकी हैं। यह बदलाव भारत की सुरक्षा और दूरदराज़ के इलाकों में विकास का संकेत है।

आतंकवाद पर सख्ती

जेपी नड्डा ने कहा कि उरी और पुलवामा हमलों के जवाब में की गई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स ने साफ संदेश दिया कि अब भारत चुप नहीं बैठता। उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” का भी जिक्र किया, जो आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का उदाहरण बना।

नक्सल प्रभावित जिलों में भारी कमी

उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में नक्सल हिंसा प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर अब सिर्फ 18 रह गई है—जो देश की आंतरिक सुरक्षा में ऐतिहासिक सफलता मानी जा रही है।

विकसित भारत की ओर बढ़ता कदम

अंत में नड्डा ने कहा, “अब समय है छलांग लगाने का। अमृतकाल में प्रवेश कर चुका भारत अब आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनने की ओर तेज़ी से अग्रसर है। मोदी सरकार की नीतियों और फैसलों ने भारत को नई ऊंचाई दी है।”

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