भोपाल। मध्य प्रदेश सिकल सेल उन्मूलन मिशन को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक दिन आने वाला है। 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु स्वयं बड़वानी जिले के ग्राम तलून स्थित खेल स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल समेत कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
इस अहम मौके पर कई नवाचारों का शुभारंभ किया जाएगा, जिनमें जेनेटिक काउंसलिंग अवेयरनेस वीडियो और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष दिशा-निर्देश शामिल हैं। सिकल सेल की 100% स्क्रीनिंग पूरी कर चुकी पंचायतों को कार्यक्रम में सम्मानित भी किया जाएगा।
जनसम्पर्क अधिकारी अंकुश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 जून को पूरे प्रदेश में सिकल सेल जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। 33 प्रभावित जिलों में विशेष शिविर लगेंगे, जहां लोगों को आनुवंशिक परामर्श, रोग प्रबंधन और चिकित्सकीय सेवाओं की जानकारी दी जाएगी। उप-केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक विशेष स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाएंगे।
इसके साथ ही, सिकल सेल रोगियों और उनके परिजनों को दर्द के दौर (पेन क्राइसिस) से निपटने के उपाय बताए जाएंगे। ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में विशेष स्क्रीनिंग अभियान के साथ जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड का भी वितरण होगा, जिससे आमजन को अपने आनुवंशिक स्वास्थ्य की बेहतर समझ मिल सकेगी।
प्रदेशभर में दिव्यांगता योजनाओं और वित्तीय सहायता से जुड़ाव को सरल बनाने के लिए यूडीआईडी कार्ड बनवाने हेतु मेगा शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
अब तक प्रदेश में 1 करोड़ 5 लाख से अधिक लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें 2 लाख से अधिक वाहक और 28,297 मरीज चिन्हित हुए हैं। 75 लाख से अधिक सिकल सेल कार्ड भी बांटे जा चुके हैं, जिनसे मरीजों को समय पर इलाज और परामर्श मिल रहा है।
सिकल सेल मिशन की शुरुआत 15 नवंबर 2021 को अलीराजपुर और झाबुआ में की गई थी। इसके बाद 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे राष्ट्रीय मिशन के रूप में शहडोल से लॉन्च किया। अब यह मिशन प्रदेश के 33 जिलों में सक्रिय है। भोपाल एम्स में नवजातों के लिए विशेष लैब, इंदौर मेडिकल कॉलेज में बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और रीवा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जैसी सुविधाएं मिशन को मजबूती दे रही हैं।
साल 2047 तक सिकल सेल को जड़ से खत्म करने का संकल्प अब सशक्त अभियान बन चुका है, जिसमें मध्य प्रदेश अग्रणी भूमिका निभा रहा है।