चंडीगढ़। ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी से पहले अमृतसर एक बार फिर सख्त सुरक्षा घेरे में आ गया है। 6 जून को बरसी के मौके पर जहां धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारी जोरों पर है, वहीं दल खालसा ने अमृतसर बंद का आह्वान कर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी ने भी एहतियातन सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
दरबार साहिब परिसर में छह जून को अखंड पाठ का भोग डाला जाएगा और अकाल तख्त साहिब से जत्थेदार कौम को संबोधित करेंगे। इसी दिन दल खालसा की ओर से ‘घल्लूघारा मार्च’ निकाला जाएगा जो शहर के विभिन्न बाजारों से गुजरकर श्री अकाल तख्त पर समाप्त होगा। इस मार्च के मद्देनजर पूरे शहर में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर जीएस भुल्लर ने जानकारी दी कि शहर में लगभग 4,000 पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं, जिनमें पंजाब आर्म्ड पुलिस के जवान भी शामिल हैं। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शहर में कुल 62 नाके बनाए गए हैं—इनमें 14 नाके गोल्डन टेंपल के आसपास, 20 शहर के भीतर, 10 बाहरी हिस्सों में और 10 शहर के प्रवेश और निकास मार्गों पर लगाए गए हैं। इनमें से 52 चेकपोस्ट पर पुलिस की 24 घंटे तैनाती रहेगी।
शहर में लगातार फ्लैग मार्च किए जा रहे हैं, विशेषकर दरबार साहिब के आस-पास के क्षेत्रों में पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। साथ ही, परिसर की मर्यादा को देखते हुए सुरक्षाबलों की तैनाती अत्यंत सावधानीपूर्वक की जा रही है।
गुरुवार को दरबार साहिब परिसर में काफी हलचल रही। यहां संगत को ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान हुए नुकसान को दर्शाने वाली एक अस्थायी गैलरी भी दिखाई गई। हर साल की तरह इस बार भी ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले और अन्य लोगों के परिवारों को सम्मानित करने की परंपरा निभाई जाएगी। हालांकि, इस बार कार्यवाहक जत्थेदार द्वारा दिए जाने वाले सम्मान को लेकर विवाद गहराया हुआ है, क्योंकि भिंडरावाले के बेटे ने पहले ही सम्मान लेने से इंकार कर दिया है।
अमृतसर का माहौल बेहद संवेदनशील है, लेकिन प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद हैं कि बरसी का दिन शांतिपूर्वक और मर्यादित तरीके से गुजरे।
