वॉशिंगटन। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक नई कूटनीतिक हलचल शुरू हो गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोआन की पहल पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह शांति वार्ता के लिए तैयार हैं। तुर्की में होने वाली इस संभावित तीन-तरफा बैठक में ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की आमने-सामने आ सकते हैं।
व्हाइट हाउस की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि एर्दोआन की इस पेशकश को ट्रंप ने गंभीरता से लिया है। प्रेस सचिव कैरोलिन लिविट ने बताया, “राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि यदि दोनों पक्ष तैयार हों और बैठक के लिए आगे आएं, तो वे भी इसमें भाग लेने को इच्छुक हैं।”
तुर्की पहले भी इस युद्ध को खत्म कराने के लिए मध्यस्थता करता रहा है, लेकिन अब एर्दोआन ने खुलकर यह प्रस्ताव दिया है कि उनका देश इस ऐतिहासिक बैठक की मेजबानी करने को पूरी तरह तैयार है।
इस प्रस्ताव के ऐलान के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल तेज हो गई है, हालांकि अब तक न तो पुतिन और न ही जेलेंस्की की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है।
इस समय जबकि युद्धविराम की उम्मीदें कमजोर होती जा रही हैं, ट्रंप की इस संभावित भागीदारी को एक बड़ी कूटनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। क्या तुर्की बन पाएगा शांति का पुल? दुनिया की निगाहें अब अगली प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।
