लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना ने एक बार फिर दस्तक दी है। गाजियाबाद, नोएडा और फिरोजाबाद के बाद अब लखनऊ में भी कोविड संक्रमण का मामला सामने आया है। आशियाना इलाके के एक बुजुर्ग व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग हाल ही में उत्तराखंड की धार्मिक यात्रा से लौटे थे। लौटने के बाद उन्हें खांसी और सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई, जिसके बाद उन्हें संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया। जांच में उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। राहत की बात यह है कि संक्रमित व्यक्ति में अभी कोई गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मरीज के संपर्क में आए परिजनों के भी सैंपल लिए गए हैं। साथ ही कोविड के नए वैरिएंट JN.1 को देखते हुए सभी अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की अपील है कि लक्षण दिखने पर लोग तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट कराएं।
अब तक राज्य में 30 केस, सबसे ज्यादा गौतमबुद्धनगर में
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रतनपाल सिंह के अनुसार, राज्य के सात जिलों में अब तक कोरोना के कुल 30 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें गौतमबुद्धनगर में सबसे अधिक 14, गाजियाबाद में 12 और बाकी फर्रुखाबाद, लखनऊ, जलौन और फिरोजाबाद में एक-एक मामले दर्ज हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल वैरिएंट काफी हल्का है और सामान्य सर्दी-जुकाम जैसा असर दिखा रहा है। मरीज दो-तीन दिन में ही ठीक हो रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने दिए एहतियात बढ़ाने के निर्देश
राज्य के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक कर अस्पतालों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षित करने और अन्य जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने को कहा है। मौसम में बदलाव के चलते वायरल और सर्दी-जुकाम के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है, ऐसे में सतर्कता बेहद जरूरी है।