न्यूयॉर्क। अमेरिका की जांच एजेंसी FBI ने न्यूयॉर्क के जॉन एफ. कैनेडी एयरपोर्ट से एक युवक को हिरासत में लिया है, जिस पर इजराइल में अमेरिकी दूतावास पर बम से हमला करने की कोशिश और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धमकी देने का आरोप है।
इस सनसनीखेज मामले में गिरफ्तार युवक की पहचान जोसेफ न्यूमेयर (28) के रूप में हुई है, जो अमेरिका और जर्मनी की दोहरी नागरिकता रखता है। सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूमेयर को इजराइल से निर्वासित किए जाने के तुरंत बाद एफबीआई एजेंटों ने दबोच लिया।
क्या है पूरा मामला?
न्यूमेयर अप्रैल में इजराइल पहुंचा था। 19 मई को वह एक बैग लेकर तेल अवीव स्थित अमेरिकी दूतावास पहुंचा। वहां उसने अचानक एक सुरक्षा गार्ड पर थूक दिया, और जब गार्ड ने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो वह भाग निकला। भागते समय उसने अपना बैग दूतावास के बाहर ही छोड़ दिया। जांच में पता चला कि उस बैग में तीन मोलोटोव कॉकटेल (बम जैसे विस्फोटक उपकरण) रखे थे।
सोशल मीडिया पर दी थी धमकी
इजराइली अधिकारियों के अनुसार, हमले से पहले न्यूमेयर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उसने लोगों से कहा था— “तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास को आग लगाने में मेरा साथ दो।” यही नहीं, उसने डोनाल्ड ट्रंप को भी सोशल मीडिया पर धमकाया था।
होटल से हुई गिरफ्तारी, अमेरिका में केस दर्ज
इजराइली पुलिस ने उसे उसके होटल से ट्रैक कर गिरफ्तार किया और पूछताछ में उसने अपने मंसूबे कबूल भी किए। इसके बाद इजराइल सरकार ने उसे देश से निष्कासित कर दिया। न्यूयॉर्क लौटते ही एफबीआई ने उसे हिरासत में ले लिया।
हो सकती है 20 साल तक की सजा
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पामेला बॉन्डी ने कहा है कि आरोपी पर कानून की पूरी ताकत से मुकदमा चलाया जाएगा। वहीं एफबीआई निदेशक काश पटेल ने न्यूमेयर की हरकतों को “घृणित और हिंसा भड़काने वाली” बताया है।
अगर कोर्ट में दोषी करार दिया गया, तो न्यूमेयर को 20 साल तक की जेल हो सकती है। अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि न्यूमेयर मूल रूप से कोलोराडो का निवासी है।