रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच अब और तेज हो गई है। एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने शुक्रवार सुबह रायपुर समेत बस्तर संभाग के कई जिलों में एक साथ छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। कार्रवाई सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर और दंतेवाड़ा के कुल 13 और राजधानी रायपुर के 2 ठिकानों पर की गई।
सूत्रों के अनुसार, ये छापेमारी जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके खासमखास लोगों के ठिकानों पर की जा रही है। लखमा के ड्राइवर बशीर और सहयोगी राजकुमार तामो के घर पर भी कार्रवाई हुई है। इसके अलावा सुकमा के हार्डवेयर व्यापारी अनीश बोथरा, राजेश नारा, बशीर अहमद, शेख बशीर और तोंगपाल के जयदीप भदौरिया के घर और दुकानों में भी जांच एजेंसियों ने दबिश दी है।
रायपुर और जगदलपुर में लखमा के करीबियों से जुड़े कारोबारियों के यहां भी छानबीन जारी है। फिलहाल, छापेमारी की विस्तृत जानकारी का इंतजार है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी से घोटाले की जड़ें गहराई तक फैली होने के संकेत मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले में ईडी पहले ही बड़ा खुलासा कर चुकी है। इस मामले में दो पूर्व मंत्रियों, कुछ विधायकों और कुल 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हो चुकी है। जिनमें कांग्रेस सरकार के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो और शिशुपाल का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है।
