महाकुंभ से मिली सीख के आधार पर रेलवे मैनुअल में होंगे स्थायी सुधार: अश्विनी वैष्णव

प्रयागराज। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव गुरुवार सुबह प्रयागराज जंक्शन पहुंचे, जहां उन्होंने ऑब्जर्वेशन रूम और कंट्रोल टावर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 के अनुभवों के आधार पर रेलवे मैनुअल में स्थायी सुधार किए जाएंगे।

रेल मंत्री ने महाकुंभ को भारतीय संस्कृति और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वपूर्ण भूमिका से यह भव्य आयोजन संभव हुआ। उन्होंने बिहार और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों का भी आभार जताया, जिनके सहयोग से रेलवे ने बेहतर समन्वय स्थापित किया और श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान की।

वैष्णव ने बताया कि रेलवे ने महाकुंभ के दौरान 16,000 से अधिक ट्रेनें चलाईं, जिससे लगभग 4-5 करोड़ श्रद्धालु संगम तट पर पहुंच सके। आयोजन के दौरान यात्रियों की सुविधा और भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए रेलवे सेवाओं का संचालन किया गया। इस ऐतिहासिक अनुभव के आधार पर रेलवे अपने भीड़ प्रबंधन और यात्री सुविधाओं में स्थायी सुधार करेगा, जिससे भविष्य में यात्रियों को और बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।

महाकुंभ का समापन

45 दिनों तक चले इस भव्य आयोजन का गुरुवार को संगम तट पर समापन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।

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