चंडीगढ़। भारत-पाक तनाव के मद्देनज़र शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पंजाब के सीमावर्ती गांवों में स्थित करीब 50 गुरुद्वारों से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने शुक्रवार को आपात बैठक के दौरान इस संबंध में निर्देश जारी किए थे।
इसके बाद SGPC के अधिकारी और दरबार साहिब के सेवादारों ने अमृतसर और तरनतारन समेत सीमावर्ती जिलों का दौरा कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को अमृतसर स्थित गुरुद्वारों में पूरे सम्मान और मर्यादा के साथ स्थानांतरित किया। SGPC प्रवक्ता ने बताया कि सेना द्वारा इन इलाकों को खाली करवाने के चलते गुरुद्वारों की सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है।
शनिवार सुबह तक नौशहरा ढाला, हवेलियां, राजोके, भूरा कोहना समेत कई सीमावर्ती गांवों के गुरुद्वारों से स्वरूप सुरक्षित पहुंचा दिए गए। SGPC इस सेवा को वाहनों के माध्यम से अंजाम दे रही है ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति में श्रद्धालुओं की आस्था और मर्यादा को ठेस न पहुंचे।