इस्लामाबाद/क्वेटा: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा गुरुवार देर रात धमाकों और गोलीबारी की आवाजों से गूंज उठा। पाकिस्तानी सेना के खिलाफ हुए इन सिलसिलेवार और संगठित हमलों ने पूरे शहर में दहशत फैला दी। हमलावरों ने फ्रंटियर कोर के मुख्यालय समेत कई सैन्य ठिकानों को अपना निशाना बनाया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, क्वेटा स्थित फ्रंटियर कोर मुख्यालय पर हमला सबसे बड़ा था। हमले की शुरुआत जबरदस्त धमाकों से हुई, जिसके बाद इलाके में ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाजें गूंजती रहीं। सेना ने पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया और जोरदार जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
कंबरानी रोड स्थित सफर खान चेक पोस्ट भी हमलावरों के निशाने पर रही, जहां कम से कम दो धमाके हुए। अभी तक किसी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान लंबे समय से आतंकी गतिविधियों का गढ़ माना जाता रहा है।
हजारा टाउन की सेना पोस्ट पर भी हथियारबंद आतंकियों ने हमला किया। धमाकों और गोलियों की आवाजें रातभर इलाके में गूंजती रहीं, जिससे स्थानीय लोगों में भय और तनाव का माहौल बन गया।
घटनाओं के बाद बलूचिस्तान सरकार ने पूरे क्वेटा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। सेना और अर्धसैनिक बलों ने हमलावरों की तलाश के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एहतियातन शहर के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू जैसे सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं।
क्वेटा में हुई इस बड़ी घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और वहां के हालात को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है।