शिलांग। भारत-पाकिस्तान युद्ध की आशंका के बीच मेघालय सरकार ने बांग्लादेश से सटी सीमाओं पर घुसपैठ रोकने के लिए रात का कर्फ्यू लागू कर दिया है।
मेघालय के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज सुबह जानकारी दी कि 40 किलोमीटर के खुले क्षेत्र में कर्फ्यू लागू किया गया है। यह क्षेत्र तस्करी और घुसपैठ के लिए संवेदनशील माना जाता है। अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव के बाद लिया गया है, क्योंकि इसके चलते अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है।
विभाग ने राज्य के सीमावर्ती जिलों के उपायुक्तों को घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। अधिकारी ने कहा कि पश्चिमी जयंतिया हिल्स जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के “शून्य रेखा” से 200 मीटर दूर के क्षेत्रों में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा।
सुरक्षा दिशानिर्देशों के तहत, भारत-बांग्लादेश सीमा पर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बिना अनुमति के लोगों का आना-जाना, अनधिकृत जुलूस, पांच या उससे अधिक लोगों का इकट्ठा होना, और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के लिए हथियार या अन्य उपकरणों का ले जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है।
गृह विभाग के अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों ने राज्य के गृह मंत्री प्रेस्टन टिनसोंग को सूचित किया है कि रात के समय सीमा पार करने वाले आतंकवादियों, तस्करों और अन्य अवैध गतिविधियों की संभावना बढ़ गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बाड़ नहीं लगी है। उन्होंने बताया कि मेघालय की बांग्लादेश सीमा के कुल 444 किलोमीटर में से 40 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में कंटीले तार की बाड़ नहीं लगाई जा सकी है।