नई दिल्ली। भारत और ईरान के बीच 20वीं संयुक्त आयोग बैठक के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान ने कोई सैन्य हमला किया तो भारत उसका “कड़ा और निर्णायक जवाब” देगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का इरादा किसी भी प्रकार से तनाव बढ़ाने का नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान की तरफ से हमला हुआ, तो भारत पीछे नहीं हटेगा।
ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराकची, जो भारत के दौरे पर हैं, के साथ संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए जयशंकर ने कहा कि यह बैठक एक ऐसे समय में हो रही है जब भारत ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए “कठोर आतंकी हमले” का जवाब दिया है।
जयशंकर ने बताया कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों पर “सटीक और संतुलित” कार्रवाई की, जिससे आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता और सामर्थ्य का संदेश गया।
उन्होंने ईरानी प्रतिनिधिमंडल से कहा कि एक पड़ोसी और मित्र राष्ट्र के रूप में, ईरान को इस स्थिति को समझना बेहद जरूरी है।
भारत-ईरान संबंधों के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग कई क्षेत्रों में मजबूत हुआ है, हालांकि कुछ मुद्दों पर अभी भी चर्चा जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरानी राष्ट्रपति की अक्टूबर 2024 में कजान में हुई मुलाकात और 26 अप्रैल की टेलीफोन बातचीत ने दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा दी है।
इसके साथ ही जयशंकर ने बताया कि इस वर्ष भारत-ईरान के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ भी है, और उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देश इस अवसर को पूरे सम्मान के साथ मनाएंगे।