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जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी, सात नागरिकों की मौत, 50 घायल

पुंछ। पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते जम्मू-कश्मीर में स्थिति गंभीर हो गई है। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद से भारत ने कूटनीतिक कदम उठाए, लेकिन पाकिस्तान अपनी सैन्य कार्रवाई से नहीं बाज़ आ रहा है। पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के ताबड़तोड़ गोलाबारी की, जिससे सात नागरिकों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए।

अधिकारियों के अनुसार, बीती रात और आज सुबह पुंछ और मेंढर सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना ने भारी गोलाबारी की। इस गोलाबारी के कारण सात लोगों की जान चली गई और 38 लोग घायल हो गए। मारे गए लोगों में शाहीन नूर के बेटे मोहम्मद आदिल, अल्ताफ हुसैन के बेटे सलीम हुसैन और शालू सिंह की पत्नी रूबी कौर का नाम शामिल है। इसके अलावा, उरी के सलामाबाद क्षेत्र के नौपोरा और कलगे गांवों में भी पाकिस्तानी गोलाबारी का शिकार होकर दस नागरिक घायल हुए हैं। राजौरी में भी तीन नागरिक घायल हो गए हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।

गोलाबारी के कारण कई घरों को भी नुकसान हुआ है और सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन गया है। इस हमले के बाद, पाकिस्तान की सेना ने लगातार 13वें दिन नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी जारी रखी है। यह घटना 2021 के संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू-कश्मीर में नागरिकों के बीच सबसे बड़ी हताहतों की संख्या है।

घायल नागरिकों के लिए सुरक्षित स्थानों पर शरण की व्यवस्था की जा रही है। भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना इस आक्रामकता का मुंह तोड़ जवाब दे रही है और नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। पुंछ और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। स्थानीय प्रशासन भी प्रभावितों के लिए आपातकालीन सेवाएं मुहैया करवा रहा है।

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