नई दिल्ली। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने उल्लू ऐप के हालिया वेब शो हाउस अरेस्ट में महिलाओं के प्रति अत्यंत आपत्तिजनक और अश्लील सामग्री को लेकर स्वत: संज्ञान लिया है। यह कदम तब उठाया गया जब शो के एक वायरल वीडियो में होस्ट एजाज खान महिलाओं को कैमरे के सामने निजी और असुविधाजनक स्थितियों में अभिनय करने के लिए मजबूर करते हुए नजर आए। इस घिनौने कृत्य की मीडिया रिपोर्टों ने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है।
एनसीडब्ल्यू ने उल्लू ऐप के सीईओ विभु अग्रवाल और शो के होस्ट एजाज खान को नौ मई को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है। आयोग ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है, क्योंकि वीडियो में प्रतियोगियों को शारीरिक रूप से असहज स्थिति में डालने की कोशिश की जा रही थी, और उन पर स्क्रीन पर अश्लील हरकतें करने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
आयोग का मानना है कि यदि यह आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह भारतीय न्याय संहिता-2023 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 के तहत गंभीर अपराध है। इससे पहले भी, मीडिया हस्तियों के लिए ऐसी सामग्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी, जो महिलाओं की गरिमा को नुकसान पहुंचाती है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कहा, “किसी भी प्रकार की मीडिया सामग्री जो महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाती है, उसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा।” उन्होंने सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और सुनिश्चित करें कि उनकी सामग्री कानून और महिलाओं के सम्मान के अनुरूप हो।
आयोग ने स्पष्ट किया कि महिलाओं की गरिमा से समझौता करने वाली सामग्री के खिलाफ वह हमेशा सख्त कार्रवाई करेगा।