नई दिल्ली। पूर्वोत्तर भारत की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को मजबूती देने के लिए केन्द्र सरकार ने मेघालय के मावलिंग्खुंग से असम के पंचग्राम तक 166.80 किमी लंबे हाई-स्पीड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर (एनएच-6) को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 22,864 करोड़ रुपये है, जिसमें मेघालय में 144.80 किमी और असम में 22.00 किमी हिस्सा शामिल है।
यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर एनएच-27, एनएच-106, एनएच-206 और एनएच-37 जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़कर एक मजबूत ट्रांसपोर्ट नेटवर्क तैयार करेगा। इसके जरिए गुवाहाटी, शिलांग, सिलचर, डिएंगपासोह, उमलुंग, फ्रमर, ख्लियरियात, रताचेरा, उमकियांग और कलैन जैसे शहरों को seamless कनेक्टिविटी मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति द्वारा इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय संपर्क को सुदृढ़ करेगी, बल्कि स्थानीय उद्योग, व्यापार और पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
इस हाई-स्पीड कॉरिडोर के बनने से गुवाहाटी से सिलचर के बीच यात्रा सुगम और तेज हो जाएगी। साथ ही त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम की बराक घाटी जैसे इलाकों से जुड़ाव बेहतर होगा। सरकार का दावा है कि यह कॉरिडोर राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स दक्षता में भी इजाफा करेगा और मेघालय के औद्योगिक विकास को नई दिशा देगा। इसके अलावा, क्षेत्र के दर्शनीय पर्यटन स्थलों को भी आपस में जोड़ते हुए टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।