कोलकाता होटल में भीषण आग, 14 की मौत; मालिक फरार, सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खुली

कोलकाता। मध्य कोलकाता के मदन मोहन बर्मन स्ट्रीट स्थित एक छह मंजिला होटल में मंगलवार रात लगी भीषण आग ने 14 लोगों की जान ले ली। इस हादसे ने होटल में अग्नि सुरक्षा की गंभीर लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की भारी खामी को उजागर किया है। बुधवार सुबह तक राहत और बचाव कार्य जारी था, जबकि होटल का मालिक आग लगने के बाद से फरार बताया जा रहा है।

स्थानीय अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, होटल में न तो पर्याप्त अग्निशमन उपकरण थे और न ही वेंटिलेशन की कोई उचित व्यवस्था। इसके अलावा, होटल में केवल एक ही प्रवेश और निकास द्वार था, जो बचाव कार्य में रुकावट का कारण बना। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से 13 लोगों की मौत आग के कारण नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई, जबकि एक व्यक्ति ने घबराकर होटल से कूदकर अपनी जान गंवा दी। चश्मदीदों के अनुसार, अगर इमारत में एक और निकास मार्ग होता, तो शायद कुछ जानें बचाई जा सकती थीं। होटल में आग बुझाने के लिए पाइपलाइन तो मौजूद थी, लेकिन उसमें आपातकालीन पानी की आपूर्ति नहीं थी। यदि पानी मौजूद होता, तो आग के फैलने से पहले उसे नियंत्रित किया जा सकता था।

राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने घटना स्थल का दौरा किया और होटल प्रबंधन की लापरवाही को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पूरे होटल में आपात स्थिति से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं थे। कांच की दीवारों के कारण होटल में वेंटिलेशन और स्मोक एग्जॉस्ट की कोई व्यवस्था नहीं थी। कई बार फायर फाइटर्स को कांच तोड़कर आग के स्रोत तक पहुंचने की आवश्यकता पड़ी। मंत्री ने इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की बात की।

कोलकाता पुलिस ने इस घटना को केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लापरवाही और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन का गंभीर उदाहरण बताया, जिसने कई जिंदगियां छीन लीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

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