शिमला। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में आज सुबह तड़के भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। यह घटना सुबह 5:41 बजे हुई, जब रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.7 मापी गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, भूकंप का केंद्र चंहा क्षेत्र में 32.79 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.20 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था, और इसकी गहराई जमीन से 5 किलोमीटर नीचे रिकॉर्ड की गई।
चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि भूकंप से किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता बहुत कम थी, जिस कारण चंबा और आसपास के इलाकों में कोई नुकसान नहीं हुआ। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग सतर्क हो गए, लेकिन स्थिति पूरी तरह से सामान्य रही।
हिमाचल प्रदेश भूकंप के लिहाज से देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में आता है। यहां के अधिकतर इलाके भूकंपीय जोन-4 और जोन-5 में शामिल हैं, जिसके चलते चंबा, कांगड़ा, मंडी, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और शिमला जैसे जिलों में समय-समय पर हल्के भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। पिछले कुछ वर्षों में राज्य में भूकंप के लगातार झटके लोगों की चिंता का कारण बन चुके हैं।
इतिहास की याद दिलाने वाला एक तथ्य यह है कि हिमाचल प्रदेश में 1905 में कांगड़ा और चंबा जिलों में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 10,000 से अधिक लोग मारे गए थे और व्यापक नष्ट हुआ था।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अब भी लोगों को जागरूक करने के प्रयासों में जुटा हुआ है। भूकंप के दौरान सुरक्षा के उपायों के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है, साथ ही स्कूलों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों पर भूकंप से बचाव के लिए मॉक ड्रिल भी करवाई जाती है। हालांकि, चंबा और हिमाचल के अन्य हिस्सों में अब तक छोटे भूकंपों से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लगातार महसूस हो रहे इन झटकों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है।