लखीमपुर खीरी: आतंकवाद और सीमा पार अपराधों की चुनौती के बीच भारत और नेपाल ने अपनी दोस्ती और साझेदारी को एक नई मजबूती दी है। रविवार को पलिया स्थित एसएसबी की 39वीं बटालियन गदनिया में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक अहम समन्वय बैठक हुई, जिसमें सीमा को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने का साझा संकल्प लिया गया।
भारत की ओर से बैठक में लखीमपुर खीरी की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी संकल्प शर्मा, वन विभाग और एसएसबी के अधिकारी मौजूद रहे, जबकि नेपाल की ओर से कैलाली और कंचनपुर के मुख्य जिलाधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा, “भारत और नेपाल के बीच सिर्फ भौगोलिक सीमाएं नहीं, बल्कि दिलों की गहरी और ऐतिहासिक डोर जुड़ी है। आज जरूरत है कि हम इस विरासत को संजोते हुए सीमाओं को भी पूर्णतः सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाएं।”
एसपी संकल्प शर्मा ने सीमा सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच मजबूत संवाद, त्वरित सूचना साझा करने और संयुक्त कार्रवाई पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तस्करी, मानव तस्करी, अवैध शिकार जैसी चुनौतियों से मिलकर निपटना होगा।
नेपाल के अधिकारियों ने भी भारत-नेपाल के प्राचीन और भरोसेमंद रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों की सीमाएं सिर्फ रेखाएं नहीं, बल्कि साझा सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक हैं। कैलाली के सीडीओ गोगन बहादुर हमाल और कंचनपुर के सीडीओ लक्ष्मण ढकल ने सीमा को शांतिपूर्ण और अपराधमुक्त बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।
बैठक में सीमा स्तंभों की सुरक्षा, नो मैन्स लैंड पर अतिक्रमण रोकने, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने, मादक पदार्थों और मानव तस्करी पर नकेल कसने जैसे कई अहम बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई। अधिकारियों ने एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर त्वरित कार्रवाई का भरोसा भी जताया।
इस मौके पर भारत की ओर से विभिन्न बटालियनों के कमांडेंट, एडीएम संजय कुमार सिंह समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, वहीं नेपाल की ओर से सब इन्वेस्टिगेशन डायरेक्टर मोहन बहादुर कुँवर समेत वरिष्ठ अधिकारी बैठक का हिस्सा बने।
दोनों देशों ने विश्वास और सहयोग के पुल को और मजबूत करने तथा सीमाई चुनौतियों का मिलकर समाधान निकालने का संकल्प लिया।