काठमांडू। नेपाल में इस समय एक बड़ी हड़ताल की लहर चल रही है। शिक्षकों की हड़ताल के बाद अब देशभर के चिकित्सक भी आज से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल के कारण नेपाल के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सेवाएं ठप हो गई हैं।
नेपाल चिकित्सक संघ के आह्वान पर डॉक्टरों ने आज से देशभर में अपनी विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत की। रेजिडेंट डॉक्टरों के मानदेय को लेकर सरकार के साथ लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण यह हड़ताल शुरू हुई है। देशभर के अस्पतालों में फिलहाल केवल आपातकालीन सेवाएं ही जारी हैं, जबकि बाकी सभी सेवाएं बंद हैं। काठमांडू सहित पूरे देश में डॉक्टर अपने-अपने अस्पतालों के बाहर धरने पर बैठे हैं।
नेपाल चिकित्सक संघ के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि सरकारी रेजिडेंट डॉक्टरों की तरह निजी मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों को भी समान मानदेय देने के लिए सरकार ने आदेश दिए थे, लेकिन अब तक यह आदेश निजी मेडिकल कॉलेजों द्वारा नहीं लागू किया गया है। डॉ. सिंह का कहना है कि सरकार अपने फैसले को लागू करने में असमर्थ दिखाई दे रही है, क्योंकि वह निजी मेडिकल कॉलेजों के दबाव में है।
नेपाल चिकित्सक संघ का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है, इसलिए उन्हें सड़क पर उतरकर हड़ताल करनी पड़ रही है। डॉ. नीरज सिंह ने कहा कि कई महीनों से सरकार पर इस फैसले को लागू करने के लिए दबाव डाला जा रहा था, लेकिन अब तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद, शुक्रवार से देशभर के अस्पतालों में सेवाएं ठप कर दी गई हैं।