पहलगाम नरसंहार के दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा: केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार का कड़ा बयान

कोलकाता। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए पश्चिम बंगाल के आईबी अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा की अंतिम यात्रा में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आतंकवादियों को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस दिल दहला देने वाली घटना में शामिल सभी आतंकवादी और उनके सरगना को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

मनीष मिश्रा उन तीन पर्यटकों में शामिल थे, जिनकी मंगलवार को आतंकियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर रांची एयरपोर्ट पर लाया गया, जहां से उनकी पत्नी शव लेकर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले स्थित झलदा के लिए रवाना हुईं। झलदा, मनीष मिश्रा का पैतृक गांव है, जहां उनका जन्म हुआ और बचपन बीता।

जब मनीष मिश्रा का शव झलदा पहुंचा, तो पूरा नगर सड़कों पर उतर आया और लोग शव वाहन के पीछे चलने लगे। स्थानीय लोगों ने मनीष मिश्रा की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे का बंद भी रखा।

सुकांत मजूमदार ने अंतिम यात्रा में मौजूद होकर कहा, “पहलगाम में जो हुआ, वह बेहद भयावह था। मैं उस वक्त पुरुलिया में था, इसलिए इस बहादुर शहीद को श्रद्धांजलि देने आया हूं। यह साफ है कि आतंकवादियों ने पर्यटकों को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वे मुसलमान नहीं थे। मनीष मिश्रा की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वे ‘कलमा’ नहीं पढ़ सके। और कुछ नेता अब भी कह रहे हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, यह उनकी सच्चाई से आँखें चुराने की कोशिश है।”

मनीष मिश्रा हाल ही में हैदराबाद में तैनात थे और वहीं अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ रहते थे। उनका पहले झारखंड की राजधानी रांची में कार्यस्थल था, लेकिन हाल ही में उन्हें हैदराबाद ट्रांसफर किया गया था। परिवार के सदस्य बताते हैं कि मनीष मिश्रा 15 अप्रैल को अपने परिवार के साथ एक लंबी छुट्टी पर निकले थे और उनका उद्देश्य माता वैष्णो देवी के दर्शन करना था, लेकिन कश्मीर यात्रा के दौरान यह दर्दनाक हमला हो गया।

सरकारी एजेंसियां अब इस हमले की गहनता से जांच कर रही हैं और सरकार ने साफ कर दिया है कि इस जघन्य हमले के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

बांदीपुरा मुठभेड़: आतंकवादी सहयोगी ढेर, दो पुलिसकर्मी घायल, ऑपरेशन जारी

बहराइच में राइस मिल हादसा: ड्रायर फटने से पांच मजदूरों की मौत, प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया