जयपुर: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 21 अप्रैल से भारत यात्रा पर आ रहे हैं, और इस ऐतिहासिक यात्रा में जयपुर खास केंद्र बिंदु बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात के बाद वे उसी रात पिंक सिटी पहुंचेंगे। उनके साथ उनकी पत्नी उषा वेंस, तीन बच्चे—इवान, विवेक और मीराबेल के अलावा अमेरिकी प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। जयपुर में वे 24 अप्रैल तक रुकेंगे और इस दौरान इतिहास, संस्कृति और व्यापार का गहरा मिश्रण देखने को मिलेगा।
शाही स्वागत की तैयारी जोरों पर
राजस्थान सरकार वेंस के स्वागत को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर हर इंतजाम को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा, यातायात और अतिथि सत्कार की व्यवस्थाएं विशेष निगरानी में हैं।
वेंस 21 अप्रैल की रात 9:30 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे। वहां से वे सीधे रामबाग पैलेस रवाना होंगे, जहां उनका शाही अंदाज़ में स्वागत किया जाएगा।
22 अप्रैल: राजस्थानी संस्कृति और व्यापारिक संवाद का संगम
अगले दिन सुबह वेंस आमेर महल का दौरा करेंगे, जहां उन्हें जोधपुरी साफा पहनाकर पारंपरिक लोक संगीत और कठपुतली नृत्य के साथ सांस्कृतिक स्वागत मिलेगा। उनके लिए खास राजस्थानी भोजन और खास गाइडों की टीम भी तैनात की गई है। इस दौरान आम पर्यटकों की एंट्री आमेर महल में बंद रहेगी।
दोपहर में वे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में एक अहम बिजनेस समिट को संबोधित करेंगे, जहां भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर विचार साझा करेंगे। समिट के बाद मुख्यमंत्री और राज्यपाल से उनकी मुलाकात प्रस्तावित है।
23 अप्रैल: ताजमहल की सैर और फिर जयपुर वापसी
23 अप्रैल की सुबह वेंस परिवार आगरा रवाना होगा, जहां वे विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का दीदार करेंगे। दोपहर में वे जयपुर लौटकर सिटी पैलेस का भ्रमण करेंगे।
24 अप्रैल को विदाई, लेकिन यादें होंगी खास
24 अप्रैल की सुबह वेंस वाशिंगटन डीसी के लिए रवाना होंगे। उनकी यात्रा के दौरान सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। जयपुर एयरपोर्ट से लेकर आमेर तक, हर स्थान पर विशेष सुरक्षा दल और अमेरिकी एजेंसियों के साथ तालमेल में काम किया जा रहा है।
13 साल बाद भारत दौरे पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति
यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक है। जेडी वेंस पिछले 13 वर्षों में भारत आने वाले पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। इससे पहले 2013 में जो बाइडेन ने भारत दौरा किया था। इस यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों के एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।