ब्रिटेन को उप्र. और तमिलनाडु के डिफेंस कॉरिडोर में निवेश का आकर्षक अवसर

नई दिल्ली: भारत के रक्षा सचिव, राजेश कुमार सिंह ने हाल ही में अपनी दो दिवसीय लंदन यात्रा के दौरान ब्रिटेन के साथ उभरते वैश्विक और क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्यों पर चर्चा की। इस यात्रा में उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए साझा प्रतिबद्धता को पुनः व्यक्त किया।

16-17 अप्रैल तक लंदन में रहे रक्षा सचिव ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करते हुए, ब्रिटेन के साथ वार्षिक द्विपक्षीय रक्षा वार्ता में भाग लिया। उन्होंने लंदन में रक्षा मामलों के स्थायी उपसचिव डेविड विलियम्स के साथ भारत-ब्रिटेन रक्षा परामर्श समूह की 24वीं बैठक का सह-प्रमुखत्व किया। इस दौरान दोनों पक्षों ने वैश्विक और क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्य की समीक्षा की और सहयोग के नए आयामों को स्थापित करने पर बल दिया।

भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा क्षेत्र में नए अवसरों की तलाश करते हुए, राजेश कुमार सिंह ने ब्रिटिश कंपनियों को उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के विशेष रक्षा गलियारों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। यह दोनों राज्य तेजी से विकसित हो रहे रक्षा विनिर्माण इकोसिस्टम और राज्य-स्तरीय योजनाओं के साथ निवेश के लिए एक आदर्श गंतव्य बन गए हैं।

रक्षा सचिव ने ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जोनाथन पॉवेल के साथ भी महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया, जिसमें तीनों सेनाओं के बीच सैन्य संबंधों को और मजबूती देने की दिशा में कदम उठाने और दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा आयोजित भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग गोलमेज सम्मेलन में भी भाग लिया और भारतीय स्टार्ट-अप्स की बढ़ती क्षमताओं का उल्लेख किया।

इससे स्पष्ट होता है कि भारत, ब्रिटेन के साथ साझेदारी को और विस्तारित करने का इच्छुक है, खासकर नौसेना प्रणालियों, ड्रोन, निगरानी, रक्षा अंतरिक्ष, और विमानन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में। रक्षा सचिव ने ब्रिटिश कंपनियों से इस दिशा में साझेदारी की संभावनाएं तलाशने के लिए आग्रह किया, खासकर ऐसे लागत प्रभावी और अत्याधुनिक समाधानों के लिए जो दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूती दे सकें।

भारत अब ब्रिटेन के साथ मिलकर औद्योगिक सहयोग के रोडमैप को विकसित करने के प्रयास में है, ताकि भविष्य में रक्षा उद्योग के क्षेत्र में नई दिशा मिल सके।

TOLL

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